करीब 42 साल पुराना है जगदंबा मंदिर का इतिहास
जगदंबा मंदिर एनआइटी फरीदाबाद में प्याली चौक स्थित है। इस मंदिर की स्थापना कुमाऊं, उत्तराखंड के मूल निवासियों ने की है। नवरात्र के दिनों में तो यहां मेला लगता है। इस मंदिर में कुमाऊंनी के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आकर पूजा अर्चना करते हैं। विशेषता व पूजा मंदिर में विधिव
फरीदाबाद। जगदंबा मंदिर एनआइटी फरीदाबाद में प्याली चौक स्थित है। इस मंदिर की स्थापना कुमाऊं, उत्तराखंड के मूल निवासियों ने की है। नवरात्र के दिनों में तो यहां मेला लगता है। इस मंदिर में कुमाऊंनी के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आकर पूजा अर्चना करते हैं।
विशेषता व पूजा
मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ किया जाता है। नवरात्र के दिनों में सुबह पांच बजे से साढ़े सात तथा शाम पांच बजे से साढ़े सात बजे तक आरती की जाती है। पंडित नवीन चंद्र जोशी तथा पंडित दिनेश चंद्र मां जगदंबा की पूजा अर्चना करते हैं।
मंदिर का इतिहास
जगदंबा मंदिर का इतिहास करीब 42 साल पुराना है। कुमाऊं के विभिन्न क्षेत्रों के मूल निवासी जब फरीदाबाद में आए तो सबने एकत्र होकर पारंपरिक रीति-रिवाजों को कायम रखने के मकसद से कुमाऊं सांस्कृतिक मंडल का गठन किया था। शुरूआती दौर में प्याली चौक पर मां जगदंबा के मंदिर की स्थापना की गई। बाद में मंदिर में शिव परिवार भी स्थापित किया गया। हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की गई। मंदिर में नवरात्र महोत्सव के दौरान प्रतिदिन सुबह व शाम भजन-कीर्तन होता है।
ऐसे पहुंचे मंदिर
जगदंबा मंदिर एनआइटी फरीदाबाद में प्याली चौक के पास स्थित है। न्यू टाउन रेलवे स्टेशन से हार्डवेयर चौक होते हुए इस मंदिर में पहुंचाया जा सकता है। एनआइटी दशहरा मैदान बस अड्डे से हार्डवेयर चौक से होते हुए प्याली चौक आकर मंदिर में मां जगदंबा के दर्शन किए जा सकते हैं।
ठहरने की व्यवस्था
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की जाती है। मंदिर में कोई श्रद्धालु अन्य शहर से आकर अगर यहां पूजा करना चाहता है तो मंदिर में रहने तथा खान-पान का पूरा इंतजाम है।