यदि ऐसे ही योग किसी जातक की कुंडली में बनते हों तो धन की प्राप्ति हो सकती है
यदि बुध, शुक्र के साथ पंचम भाव में हो तो बुध अपनी दशा व अंतर्दशा में अर्थ प्राप्ति करवाता है।
By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 03 May 2016 02:22 PM (IST)Updated: Wed, 04 May 2016 10:39 AM (IST)
भारतीय ज्योतिष में धन योग के बारे में काफी विस्तार से जानकारी मिलती है। यदि ऐसे ही योग किसी जातक की कुंडली में बनते हों तो धन की प्राप्ति हो सकती है।
- यदि कर्क लग्न में सूर्य, सिंह या मेष राशि हो तो जातक को धन की कमी नहीं रहती है।
- कर्क लग्न में धनेश सूर्य, मीन राशि में और बृहस्पति, सिंह राशि में परस्पर राशि परिवर्तन करके बैठे हों तो जातक भाग्यशाली होता है।
- यदि बुध, शुक्र के साथ पंचम भाव में हो तो बुध अपनी दशा व अंतर्दशा में अर्थ प्राप्ति करवाता है।
- सूर्य स्वराशिस्थ, बुध तीसरे भाव में उच्च राशि में, गुरु भी तृतीय भाव में मंगल छठे और धनु राशि में हो तो जातक अपने बाहुबल से अर्थ प्राप्त कर धनवान बनता है।
- यदि किसी जातक की कुंडली में बुध, शुक्र 12 वें भाग में हो तो शुक्र की दशा में जातक ख्याति, यश एवं दन लाभ कराता है।
- बुध, गुरु-सूर्य के साथ ही, शनि की पूर्ण सृष्टि हो, राहु भाग्य भवन में हो तो जातक करोड़पति बनता है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें