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दिन में आहुति, रात में रामलीला

परनापुर गांव स्थित पश्चिम वाहिनी तट पर 11 दिवसीय सत् कुंडात्मक सीताराम रूद्र महायज्ञ में मंगलवार को सैकड़ों लोगों ने विश्वकल्याण व दैवीय आपदा के विनाश की खातिर यज्ञ कुण्ड में सांकला की आहुति दी। रात में रामलीला का आनन्द लिया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 06 May 2015 01:16 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 01:21 PM (IST)
दिन में आहुति, रात में रामलीला

चौबेपुर। परनापुर गांव स्थित पश्चिम वाहिनी तट पर 11 दिवसीय सत् कुंडात्मक सीताराम रूद्र महायज्ञ में मंगलवार को सैकड़ों लोगों ने विश्वकल्याण व दैवीय आपदा के विनाश की खातिर यज्ञ कुण्ड में सांकला की आहुति दी। रात में रामलीला का आनन्द लिया।

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स्वामी नरसिंग दास ने कहा कि भगवान श्रीराम जब अयोध्या पधारे तो वहां सुख समृद्धि आनन्द प्राप्त होने लगा। श्रीराम, लक्षमण, भरत व शत्रुघन चारों की शक्ति असीम थी। महाराज दशरथ को ऐसा लगा कि मुङो सब कुछ प्राप्त हो गया। स्वामी महाबीर दास ने कहा कि सुखों को प्राप्त करना है तो भगवान यज्ञ नारायण की परिक्रमा करें सभी देवी देवता का आह्वान होता है। रात में हुई लीला में अयोध्या से आई मण्डली ने रामलीला में लंका दहन आदि का मंचन किया फिर लोगों ने रास लीला का भी आनन्द लिया। यज्ञ के प्रभारी स्वामी महाबीर दास ने बताया की 6 मई को प्रात: 9 बजे से रात 12 बजे तक भंडारे का आयोजन किया गया है।


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