हेमकुंड साहिब मार्ग की अंतिम बाधा भी पार
चार धाम यात्रा सुचारु होने के बाद सरकार का ध्यान अब हेमकुंड यात्रा पर केंद्रित हो गया है। एक जून से शुरू होने वाली यात्रा के लिए सेना के जवानों ने हेमकुंड तक अंतिम तीन किलोमीटर के पैदल मार्ग को साफ करने में सफलता हासिल कर ली है। यह भाग
गोपेश्वर। चार धाम यात्रा सुचारु होने के बाद सरकार का ध्यान अब हेमकुंड यात्रा पर केंद्रित हो गया है। एक जून से शुरू होने वाली यात्रा के लिए सेना के जवानों ने हेमकुंड तक अंतिम तीन किलोमीटर के पैदल मार्ग को साफ करने में सफलता हासिल कर ली है। यह भाग पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ था। धाम में बिजली आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है।
सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हेमकुंड साहिब और यात्रा के प्रमुख पड़ाव गोविंदघाट में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह स्वयं व्यवस्थाओं पर नजर रखेंगे। मुख्यमंत्री हरीश रावत पूर्वाहन साढ़े ग्यारह बजे गोविंदघाट पहुंचे और गुरुद्वारे में मत्था टेका। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने हेलीकाप्टर से यात्रा के बेस कैंप घांघरिया का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने गोविंदघाट में सुरक्षा दीवार निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए रास्ते में एसडीआरएफ के जवान भी तैनात किए जाएंगे। इस अवसर पर विधायक राजेंद्र भंडारी, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष नरेंद्रजीत बिंद्रा, गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह भी मौजूद थे।