पहले दिन गणेश मंदिर के कपाट बंद, पंचपूजाएं शुरू
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले दिन गणेश मंदिर के कपाट बंद किए गए। इसके अलावा मंदिर में पंचपूजाओं की शुरुआत भी हुई। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 27 नवंबर को दोपहर 3:35 बजे बंद किए जाएंगे। श्री बदरीनाथ
बदरीनाथ। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले दिन गणेश मंदिर के कपाट बंद किए गए। इसके अलावा मंदिर में पंचपूजाओं की शुरुआत भी हुई।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 27 नवंबर को दोपहर 3:35 बजे बंद किए जाएंगे। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से रविवार से कपाट बंद करने की परंपरागत प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई है। रविवार को प्रात: प्रतिदिन की तरह भगवान बदरी विशाल के कपाट खोलने के बाद अभिषेक, महाभिषेक समेत अन्य पूजाएं की गई। उसके बाद भगवान नारायण को बालभोग, राजभोग लगाया गया।
दोपहर 12 बजे मंदिर बंद होने के बाद तीन बजे मंदिर के कपाट फिर खोले गए। उसके बाद पंचपूजाओं की प्रक्रिया शुरू की गई। बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी की उपस्थिति में सभी पूजाएं धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने संपन्न कराई।
धर्माधिकारी ने कहा कि गणेश मंदिर के कपाट बंद होने के साथ ही श्री बदरीनाथ धाम में कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।