बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए हेल्पलाइन शुरू
बाबा अमरनाथ की तीर्थयात्रा में शामिल होने आ रहे श्रद्घालुओं की सुविधा के लिए श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड (एसएएसबी) ने शुक्रवार को एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए हेल्पलाइन भी शुरू कर दी है। एसएएसबी के सीईओ पीके त्रिपाठी ने बताया कि नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ
श्रीनगर। बाबा अमरनाथ की तीर्थयात्रा में शामिल होने आ रहे श्रद्घालुओं की सुविधा के लिए श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड (एसएएसबी) ने शुक्रवार को एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए हेल्पलाइन भी शुरू कर दी है। एसएएसबी के सीईओ पीके त्रिपाठी ने बताया कि नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ के कार्यालय से संचालित होंगे। फिलहाल, हेल्पलाइन 19 से 30 जून तक सुबह साढ़े नौ बजे से शाम छह बजे तक गतिशील रहेगी। पहली जुलाई 2015 से यात्रा संपन्न होने तक यह चौबीस घंटे सक्रिय रहेगी।
उन्होंने बताया कि दो जुलाई से शुरू हो रही पवित्र गुफा की तीर्थयात्रा में शामिल हो रहे कोई भी श्रद्घालु ईमेल के जरिए, बोर्ड के वेबपेज पर जाकर या बोर्ड द्वारा तय टेलीफोन नंबर पर संपर्क कर यात्रा संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकता है। बिना पंजीकरण यात्रा पर जाने से श्रद्घालुओं को मना करते हुए उन्होंने कहा कि बालटाल व नुनवन से आगे बिना पंजीकरण कोई श्रद्घालु नहीं जाएगा। इसके अलावा निर्धारित तिथि और मार्ग से ही यात्रा की अनुमति होगी। इसलिए पंजीकरण जरूर कराया जाए और निर्धारित मार्ग से ही यात्रा के लिए रवाना हों।
पीके त्रिपाठी ने बताया कि यात्रा मार्ग अत्यंत कठिन है। इसलिए 13 वर्ष से कम उम्र और 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोग यात्रा पर न आएं। उन्हें इसकी अनुमति नहीं है। इसके अलावा सभी श्रद्घालु अपने साथ पर्याप्त मात्र में गर्म कपड़े जरूर रखें, क्योंकि पवित्र गुफा के रास्ते में किसी भी समय मौसम बदलते ही तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। यात्रा मार्ग की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए श्रद्घालुओं को यात्रा शुरू करने से पहले योग या व्यायाम से अपने शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ सांस लेने और ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें यात्रा के लिए जारी निर्देशावली पर अमल करते हुए उन सभी बातों से बचना चाहिए, जिनसे बचने की सलाह दी गई है। यात्रा मार्ग पर पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता पर जोर देते हुए त्रिपाठी ने कहा कि जल, वायु, पृथ्वी, अग्नि व आकाश भगवान शिव के ही हिस्से हैं। इसलिए श्रद्घालुओं को पूरे यात्रा मार्ग पर पर्यावरण का ध्यान रखते हुए गंदगी फैलाने से बचना चाहिए।
बाबा अमरनाथ यात्रा सुचारु रूप से जारी रखने के लिए राज्यपाल एनएन वोहरा ने संबंधित अधिकारियों को आपसी तालमेल से काम करने के लिए कहा है। वोहरा शुक्रवार को वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों जिन्हें पवित्र यात्रा के कैंप निदेशकों व अतिरिक्त कैंप निदेशकों के तौर पर नियुक्त किया गया है, को यात्रा सुचारु रूप से जारी रखने संबंधी चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर आयोजित समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने निदेशकों व अतिरिक्त निदेशकों को यात्र सुचारु रूप से जारी रखने के लिए लागू किए गए नियमों पर स्वयं अमल करने के लिए कहा ताकि श्रद्धालुओं के साथ यात्रा से जुड़े अन्य लोगों को भी इन नियमों का सख्ती से पालन करवाया जा सके।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों विशेषकर बालटाल व चंदनबाड़ी में तैनात रहने वाले अधिकारियों पर जोर दिया कि वह इस बात को भी यकीनी बनाएं कि किसी भी गैर पंजीकृत श्रद्धालु को पवित्र गुफा की तरफ जाने की अनुमति न दी जाए। इस मौके पर मौजूद पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने भी यात्रा के दौरान सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा कि वह किस तरह इमोशनल इंटेलीजेंस की मदद से आपातकालीन स्थिति में लोगों की मदद कर सकते हैं।
विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल अरविंद दत्ता ने भी अधिकारियों को यात्रा निर्विघ्न रूप से जारी रखने के लिए राज्य, जिला प्रशासन व सेना के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए कहा।