साल 2017 का पहला चंद्रग्रहण खत्म, ग्रहण के बाद इन कार्यो का है विशेष महत्व
यह चंद्रग्रहण पूर्ण न होकर अल्पग्रास चंद्र ग्रहण था। यह कुछ क्षेत्रों में ही दिखा। आचार्य हेमंत शर्मा ने बताया कि चंद्र ग्रहण के समय स्नान-दान करने पर शुभ फल की प्राप्ति होती है।
शिमला। वर्ष का पहला चंद्रग्रहण शनिवार को चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन लगा था। यह ग्रहण सुबह 4:10 बजे आरंभ होकर 8:25 बजे तक रहा। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक यह चंद्रग्रहण पूर्ण न होकर अल्पग्रास चंद्र ग्रहण था। यह कुछ क्षेत्रों में ही दिखा। आचार्य हेमंत शर्मा ने बताया कि चंद्र ग्रहण के समय स्नान-दान करने पर शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कहां-कहां दिखा ग्रहण
नासा के मुताबिक भारत, यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका के ज्यादातर हिस्सों में यह चंद्र ग्रहण नजर आएगा।
ग्रहण में स्नान व दान का विशेष महत्व
आचार्य हेमंत शर्मा ने बताया कि चंद्र ग्रहण के समय स्नान दान करने शुभ फल की प्राप्ति होती है। चंद्र ग्रहण में यह फल लाख गुणा प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि ग्रहण के समय स्नान व प्रभु का ध्यान करना शुभ है। वहीं चंद्र ग्रहण के बाद दान करना अतिशुभ है। चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए राशिानुसार दान करें। 12 राशियों पर अलग अलग पड़ेगा। कर्क, सिंह, धनु व मीन राशि के जातकों के लिए ग्रहण श्रेष्ठ हैं तो मेष, वृष, कन्या व कुंभ राशि के लिए मध्यम फल देने वाला रहेगा। साथ ही कर्क तुला, वृश्चिक व राशि के जातकों के लिए कष्टदायक रहेगा। तुला राशि के लिए चंद्र ग्रहण विशेष फलदायक नहीं रहेगा। अत: तुला राशि वालों को चावल, चांदी व सफेद वस्त्रों का दान करना श्रेष्ठ रहेगा। चंद्रमा का दर्शन किए बगैर पूजा-अर्चना करें।
राशियों पर प्रभाव :
मेष : शरीरिक व आर्थिक कष्ट रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान देने की आवश्यकता है।
वृष : मानसिक चिंता बढ़ेगी। मन अशांत होने से तनाव बढ़ सकता है।
मिथुन : व्यय की अधिकता रहेगी, स्वास्थ्य और रुके हुए धन की प्राप्ति में अड़चने आएंगी।
कर्क : शुभ है, कार्य में सफलता मिलेगी।
सिंह : प्रसन्नचित रहेंगे। कोई शुभ समाचार मिलने की संभावना है।
तुला :पारिवारिक तनाव की स्थिति बन सकती है।
वृश्चिक : सावधान रहने की आवश्यकता है, व्यर्थ की उलझनों से बचना होगा।
धनु :राशि के लिए चंद्र ग्रहण श्रेष्ठ है। सामंजस्य बढ़ेगा और सहयोग बना रहेगा।
मकर : तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
कुंभ : नुकसान की संभावना है, मन अशांत रहेगा।
मीन : कार्य में सफलता मिलेगी, सकारात्मक विचार उत्पन्न होंगे।
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