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नवरात्र पर मंदिरों में रही भक्तों की भीड़

नवरात्र पर मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। मंदिरों और घरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। सुबह से देर शाम तक भक्त मंदिरों में मां दुर्गा के दर्शन करते रहे। नवरात्र पर मंदिरों को भव्य रूप से रंगबिरंगी लाइटों और फूल मालाओं से सजाए गए है। सेक्टर-40 शक्ति धाम मंदिर के मुख्य

By Edited By: Published: Thu, 03 Apr 2014 02:30 PM (IST)Updated: Thu, 03 Apr 2014 02:35 PM (IST)

नई दिल्ली/नोएडा/रोहतक/फरीदाबाद। नवरात्र पर मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। मंदिरों और घरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। सुबह से देर शाम तक भक्त मंदिरों में मां दुर्गा के दर्शन करते रहे। नवरात्र पर मंदिरों को भव्य रूप से रंगबिरंगी लाइटों और फूल मालाओं से सजाए गए है।

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सेक्टर-40 शक्ति धाम मंदिर के मुख्य पूजारी ज्ञान प्रकाश शास्त्री ने बताया कि मंदिर के कपाट रोज तड़के पांच बजे से रात दस बजे तक खुले रहे। इस बीच भक्त मां दुर्गा के दर्शन करते रहे। सेक्टर-100 वोड़ा महादेव मंदिर के बाबा जयराम भारती ने बताया कि मां दुर्गा देवी की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद मां दुर्गा का सप्तशती का पाठ किया गया। सेक्टर-19 सनातन धर्म मंदिर के पूजारी विरेंद्र ने बताया कि सुबह से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रही, जो कि देर रात तक लगी रही। सैंकड़ों की संख्या में भक्तों ने माता दुर्गा के दर्शन किए। नवरात्र के चौथे दिन बृहस्पतिवार को कुष्मांडा देवी की पूजा अर्चना की गई।

नई दिल्ली -

नवरात्र पर राजधानी के सभी मंदिरों व शक्तिपीठों में भक्तों ने मां की आराधना से दिन की शुरुआत की । इस बीच मंदिरों में मां की आरती व भजन कीर्तन का सिलसिला भी चलता रहा।

बुधवार की सुबह मंदिर के द्वार खुलते ही मां का श्रृंगार किया गया जिसके बाद चार बजे सुबह पहली आरती हुई। इस बीच दिन में हवन आदि का अयोजन भी चलता रहा। प्रचानी शक्तिपीठ बद्री भगत झंडेवालान मंदिर में पुजारियों ने विधि विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा की व भक्तों को मां के दर्शन करवाए। मंदिर के सेवादार भी मां के दर्शन करवाने में भक्तों की सहायता करते रहे। नवरात्र के तीसरे दिन भी मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें थी। मां के दर्शनों के लिए दिल्ली के बारह से भी भारी संख्या में भक्त आए हुए थे। मंदिर में दिन भर भजन कीर्तन का सिलसिला चलता रहा है। इस बीच यहां सत्संग का आयोजन भी किया गया था। शाम के पांच बचे मंदिर में दूसरी आरती हुई जिसके बाद भक्त मां की एक झलक पाने के लिए काफी समय तक मंदिर परिसर में मौजूद रहे।

मिंटो रोड स्थित काली मां के मंदिर में भी भक्तों की लंबी कतार नजर आई। सुबह की आरती के बाद भक्तों ने घंटो कतार में लगकर मां के दर्शन किए। इसके बाद भक्तों को फल व व्रत सामग्री का प्रसाद वितरित किया गया।

- दर्शनों के लिए मंदिर में हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

रोहतक- शीतला माता मंदिर भक्तों की अगाध श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। होली के बाद महीने भर तक आने वाले बुधवार को यहां माता के भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें माता के दर्शन करने वालें श्रद्धालुओं की भीड़ देखने लायक होती है। माता के दर्शनों के लिए देश के कोने-कोने से भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ता है।

शीतला माता मंदिर में भक्त माता के दर्शनों के साथ ही अपनी मन्नतें भी मांगते है। इतना ही नहीं नव विवाहित जोड़े अपने गृहस्थ जीवन की शुरूआत भी माता की पूजा अर्चना करके के बाद ही करते है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से माता के दर्शन कर मन्नत मांगता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। शीतला माता मंदिर में हर साल होली के बाद आने वाले सोमवार व बुधवार को माता की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। लगातार एक महीने तक मंदिर में भव्य आरती का आयोजन भी किया जाता है। माता के भक्त सुखा नारियल, अनाज, पूड़ा, प्रसाद, हल्दी, नाला व कुमकुम आदि चढ़ाकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते है। इसके साथ ही मंदिर के साथ स्थित जोहड़ से सात बार मिट्टी निकालकर माता को प्रसन्न किया जाता है। मान्यता है कि इस जोहड़ की मिट्टी से कई प्रकार की बीमारियां भी ठीक हो जाती है। जिससे भक्तों की आस्था दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

मंदिर में मेले के दौरान रही कड़ी सुरक्षा -

होली के बाद तीसरे बुधवार को भरे मेले में भक्तों की सुरक्षा के लिए खास प्रबंध किए गए। मंदिर के चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात रहे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसके साथ ही मेले में भी लोगों की सुविधा के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया और हर छोटी-छोटी घटनाओं पर नजर रखी गई।

शहर के विभिन्न मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। माता का स्वरूप परम शांति दायक व कल्याणकारी है। माता की विशेष पूजा में भाग लेने के लिए सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं भीड़ लगने लगी, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि माता के दर्शन करने के लिए भक्तों में कितना उत्साह भरा हुआ है।

नवरात्रों में खाद्य पदार्थो पर महंगाई की मार-

नवरात्रों के अवसर पर बाजार में व्रत रखने वालों के लिए खाद्य पदार्थो की भरमार है। दुकानों पर विभिन्न प्रकार के मरमुंड़े, साबुदाना, कुट्टू के आटे से बनी चीजें, चिप्स व अन्य सामग्री रखी हुई है जिन्हे खरीदने के लिए दुकानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ साफ तौर पर देखी जा सकती है। नवरात्रों को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालु पैकिंग बंद सामान को ही खरीदना अधिक पंसद कर रहे है, जिनकी दुकानदार ग्राहकों से मनमानी कीमत भी वसूल रहे है। वहीं फलों के दाम भी आसमान को छू रहे है। नवरात्रों को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों ने फलों के दाम भी दोगुने कर दिए है। जो फल नवरात्रों से पहले बीस रुपये प्रति किलो बिकता था वह आज चालीस से पचास रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है, जिससे ग्राहकों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।

आज होगी मां कुष्मांडा की पूजा -

नवरात्र के चौथे दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। इन्हे सृष्टि की आदि स्वरूपा भी कहा जाता है। इनकी पूजा करने से भक्तों के जीवन में अंधकार की जगह प्रकाश भर जाता है। यह अपने भक्तों की रक्षा करने के साथ-साथ उनकी हर मनोकामना भी पूर्ण करती है। सिंह पर सवार होकर माता दुष्ट प्रवृति के लोगों का नाश भी करती है।

'..मां तेरी ज्योत नूरानी है'

फरीदाबाद- नवरात्र के तीसरे दिन बुधवार को मंदिरों में देवी मां के जयकारे की गूंज रही। मंदिरों के द्वार पर बजती घंटियां तो भीतर मां की नूरानी ज्योति के दर्शन करते श्रद्धालुओं से मंदिरों में उत्सव का माहौल था। कई मंदिरों में विशेष रूप से नवरात्र मेले का आयोजन चल रहा है। कहीं भजन कीर्तन का आयोजन किया गया तो कई जगह श्रद्धालुओं ने देवी मां के दरबार में जाकर सुख, समृद्धि की कामना की।

एनआइटी स्थित श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर तथा सिद्धपीठ महाकाली मंदिर तो नवरात्र के दौरान 24घंटे खुले हैं। सुबह आरती के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। श्रद्धालुओं ने बुधवार को चंद्रघंटा देवी की पूजा कर आस्था प्रकट की। मंदिरों में भजन-कीर्तन के अलावा भंडारे का भी आयोजन किया गया।

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर: एनआइटी तिकोना पार्क स्थित श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जगदीश भाटिया ने श्रद्धालुओं के साथ चंद्रघंटा देवी की पूजा कर आस्था प्रकट की। व्यवस्था बनाए रखने को मंदिर के सेवादार सेवा में जुटे थे। मंदिर में श्रद्धालुओं ने सुबह सामूहिक रूप से आरती की। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर की परिक्रमा भी की। मंदिर में दिन भर मां के जयकारे गूंजते रहे।

सिद्धपीठ महाकाली मंदिर: सिद्धपीठ महाकाली मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला है। मंगलवार रात मंदिर में माता की चौकी का आयोजन किया गया तो श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाकर अपनी आस्था प्रकट की। बुधवार सुबह काली मां के दरबार में श्रद्धालुओं ने माथा टेका और नूरानी ज्योत के दर्शन भी किए। श्रद्धालुओं ने फूल पेश कर आस्था प्रकट की।

एक नंबर बी.ब्लाक स्थित श्री सनातन धर्म महाबीर दल द्वारा संचालित मंदिर में चंद्रघंटा देवी की पूजा अर्चना की गई। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद राम कुमार तथा पुजारी अवधेश मिश्र के साथ श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की।

श्याम मंदिर: सेक्टर-23,संजय कालोनी स्थित श्री श्याम मंदिर में श्रद्धालुओं ने कालका जी मंदिर से लाई गई नूरानी ज्योत के दर्शन किए। मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष जे.पी.अग्रवाल ने प्रसाद वितरित किया। समाजसेवी याद राम मंगला तथा बृजेश मंगला विशेष रूप से मौजूद रहे।

श्री राम मंदिर: जवाहर कालोनी स्थित श्री राम मंदिर में भी नवरात्र महोत्सव के चलते देवी मां की पूजा की गई। पंडित उमा शंकर मिश्र ने नवरात्र के महत्व से अवगत कराया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष राम जुनेजा तथा किरण ने भजनों से देवी मां को नमन किया।

इनके अलावा पांच नंबर बांके बिहारी मंदिर, प्याली चौक स्थित मां जगदंबा मंदिर तथा सेक्टर-आठ काली मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने देवी मां की पूजा अर्चना की।


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