इस बार होगी केदारनाथ मंदिर की पूरी सफाई
आपदा के बाद से बदहाल हुए केदारनाथ मंदिर के अंदरूनी हिस्सों की सफाई का जो काम पिछले सीजन में शुरू किया गया था, उसे इस सीजन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि अभी
देहरादून। आपदा के बाद से बदहाल हुए केदारनाथ मंदिर के अंदरूनी हिस्सों की सफाई का जो काम पिछले सीजन में शुरू किया गया था, उसे इस सीजन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि अभी 85 फीसदी काम बाकी है और यात्रा शुरू होने के बाद काम में तमाम तरह का व्यवधान आने की भी आशंका बनी हुई है। मौसम अलग इम्तिहान ले रहा है।
केदारनाथ मंदिर के भीतर के भागों की सफाई का कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआइ) की विज्ञान शाखा के पास है। पिछले सीजन में विभाग मंदिर के भीतर के 15 फीसदी हिस्से की ही सफाई कर पाया था। सफाई का कार्य रासायनिक विधि से किया जाना है, लिहाजा इस काम में समय अधिक लगता है। विज्ञान शाखा के निदेशक केएस राणा ने बताया कि मंदिर की मूर्तियों का विशेष रासायनिक उपचार किया जाएगा, ताकि उन्हें लंबे समय तक महफूज रखा जा सके। इसके लिए टीमें गठित की गई हैं। टीमों को चार मई को कपाट खुलते ही रवाना होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव में कार्मिकों की ड्यूटी लगने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पा रहा। चुनाव संपन्न होने के बाद इन्हें रवाना किया जाएगा। प्रत्येक टीम केदारनाथ में 15 दिन सफाई व रासायनिक उपचार का कार्य करेगी और फिर दूसरी टीम उसकी जगह ले लेगी।
केदारनाथ के उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए एक टीम को अधिक समय तक वहां नहीं रहने दिया जाएगा।