सीएम ने बदरीनाथ पहुंच यात्रा तैयारियों का लिया जायजा
खराब मौसम के बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को बदरीनाथ धाम पहुंचकर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया और यात्रा कार्यों पर संतोष भी जताया। दूसरी ओर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में अभी पांच दिन शेष हैं, लेकिन मौसम नरम गरम मिजाज से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात
गोपेश्वर(चमोली)। खराब मौसम के बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को बदरीनाथ धाम पहुंचकर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया और यात्रा कार्यों पर संतोष भी जताया। दूसरी ओर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में अभी पांच दिन शेष हैं, लेकिन मौसम नरम गरम मिजाज से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु करना चुनौती बना हुआ है।
रविवार को जोशीमठ और बदरीनाथ के बीच गिरे बोल्डर को मलबा दूसरे दिन भी नहीं हटाया जा सका। इतना ही नहीं बदरीनाथ से दो किलोमीटर पहले कंचनगंगा में आया हिमखंड भी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लिए मुसीबत बना हुआ है।
सोमवार को खराब मौसम के कारण डेढ़ घंटे विलंब से पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बदरीनाथ धाम में कार्य कर रहे कर्मचारियों की पीठ थपथपा तैयारियों पर संतोष जताया और यात्रियों को भरोसा दिलाया कि कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ हाइवे दुरुस्त हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्री बिना झिझक चारधाम यात्रा कर सकते हैं और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बदरीनाथ धाम में बर्फ हटाने का कार्य तेज गति से चल रहा है। इस बार यात्रियों की एडवांस बुकिंग से साफ है कि यात्रा ज्यादा सफल रहेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार पर माथा टेककर भगवान बदरी विशाल का आशीर्वाद भी लिया।
सरकारी दावों के बीच तस्वीर का दूसरा पहलू यह है कि जोशीमठ आठ किलोमीटर दूर हाथीपहाड़ नामक स्थान पर आए पत्थर इतने विशाल हैं कि बारूदी विस्फोट के बावजूद मलबा हटाने में मुश्किलें आ रही हैं। हालांकि बीआरओ के जवान यहां दिन रात काम कर रहे हैं। सड़क बंद होने से यात्रा तैयारियों के लिए बदरीनाथ जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को आगे पैदल ही जाना पड़ रहा है।
बीआरओ के कमांडर कर्नल आर. सुब्रमण्यम का कहना है कि सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए बोल्डरों को हटाने के लिए बारुदी विस्फोट किए गए। उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह बारिश के कारण लगातार गिर रहा मलबा दिक्कत पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही यातायात बहाल कर दिया जाएगा।
इसके अलावा बदरीनाथ से दो किलोमीटर पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशाल हिमखंड भी बीआरओ की परीक्षा ले रहा है। रविवार से संगठन के जवान इसे हटाने के काम में जुटे हैं, लेकिन सोमवार को भी सफलता नहीं मिल पाई थी।