भैया दूज के साथ होगा पंच पर्व का समापन
पंच पर्व का अंतिम त्यौहार भैयादूज आज शनिवार 25 अक्टूबर को है। इस मौके पर बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनके दीर्घायु की कामना करती हैं। ज्योतिषियों के अनुसार सुबह 7:55 से लेकर 9:15 बजे तथा साढ़े 11 से 12:30 बजे तक शुभ मुहूर्त माना गया है। वैसे तो दिनभर में किसी भी समय बहनें अपने भाईयों को तिलक
रेवाड़ी। पंच पर्व का अंतिम त्यौहार भैयादूज आज शनिवार 25 अक्टूबर को है। इस मौके पर बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनके दीर्घायु की कामना करती हैं। ज्योतिषियों के अनुसार सुबह 7:55 से लेकर 9:15 बजे तथा साढ़े 11 से 12:30 बजे तक शुभ मुहूर्त माना गया है। वैसे तो दिनभर में किसी भी समय बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनके दीर्घायु की कामना कर सकती हैं।
पं. लक्ष्मण भारद्वाज ने बताया कि इस दिन सुबह के समय की गई पूजा अर्चना शुभ मानी गई है। बाजार में दीपावली के अगले दिन भी भैयादूज को लेकर छिटपुट खरीददारी करने वाले पहुंच रहे थे। गिफ्ट गैलरियों, गारमेंट्स, मिठाईयों की दुकानों में लोग पहुंच रहे थें। भैयादूज के साथ ही पांच पर्वो का यह त्यौहार समाप्त हो जाएगा। हिंदुओं के प्रसिद्ध एवं पवित्र पर्वो में से प्रमुख धनतेरस से शुरू हुआ यह पर्व छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली, गोवर्धन और विश्वकर्मा पूजा के बाद शनिवार को भैयादूज के बाद समाप्त हो जाता है।
भैया दूज पर नारियल गोला खरीदने का रहा उत्साह
फरीदाबाद- भैया दूज पर मिठाई के साथ-साथ नारियल का गोला खरीदने में भी महिलाओं में विशेष चाव नजर आया। भैया दूज पर बहनें अपने भाई को मिठाई के अलावा नारियल का गोला भी भेंट करती हैं।
नारियल गोला की बिक्री के लिए शहर के मुख्य बाजारों में किरयाना स्टोर व परचून की दुकानों के बाहर अलग से स्टाल सजे नजर आए। यहां महिलाएं अपनी पसंद व अच्छे आकार के गोले खरीदती नजर आई। नारियल गोला की मांग ज्यादा होने के कारण इन दिनों नारियल के भाव में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई। खुदरा बिक्री में यह 250 सौ से 270 रुपये प्रति किलो के बीच बिका।
क्या है मान्यता :
ऐसी मान्यता है कि जिन महिलाओं के भाई दूर रहते हैं और वह उन तक भैया दूज के दिन नहीं पहुंच पाती, वह इस खास दिन नारियल के गोले को तिलक करके रख लेती हैं और फिर जब उन्हें मौका मिलता है, वह भाई के घर जाकर उन्हें यह गोला भेंट करती हैं। इसके अलावा भैया दूज के दिन मिठाई के साथ गोला भी भेंट करने का रिवाज है।
भैया दूज के पर्व को यम द्वितीय के रूप में भी मनाया जाता है। जो यमराज से जुड़ा हुआ है। इस दिन बहनें भाई को तिलक कर यमराज से उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। नारियल का गोला इसलिए भेंट करने का भी रिवाज है कि महिलाएं यह कामना करती हैं कि भाई पर जो संकट आएं, उन कष्टों को मेरे सिर पर डाल दो। बाकी ऐसी कोई खास मान्यता का शास्त्रों में उल्लेख नहीं मिलता।
- मुकेश शास्त्री, ज्योतिषाचार्य
भैया दूज को लेकर सजे बाजार, जमकर हो रही खरीदारी
रोहतक- दीपावली के बाद भैया दूज के त्यौहार की धूम शहर में छाई हुई है। हर तरफ भाई अपनी बहनों के लिए विभिन्न प्रकार के गिफ्ट आइटम खरीदने में लगे हुए हैं वहीं बहने भी अपने छोटे भाइयों को देने के लिए गिफ्ट खरीदने में लगी हुई है। शहर के सभी बाजारों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
हिंदू धर्म के अनुसार भैया दूज के त्यौहार पर भाइयों की लंबी आयु व सलामती के लिए बहनें व्रत रखती है और भगवान की पूजा अर्चना कर भाइयों की लंबी आयु के लिए कामना करती है। इसके साथ ही अपने भाइयों को तिलक करती हैं और उनके हाथ में मोली बांधती है। इसके साथ ही उन्हें गोला देकर उनकी आरती उतारती है। वहीं भाई भी अपनी बहनों की सलामती के लिए प्रार्थना करते है और उन्हें गिफ्ट देते है। अगर भाई छोटा है तो बहने उन्हें गिफ्ट देकर उनकी सलामती के लिए प्रार्थना करती है। भाई-बहन के इस पर्व को बड़े प्यार से मनाया जाता है।
बाजरों में लगी गिफ्ट आइटमों की धूम
भैया दूज के पर्व को लेकर शहर के सभी बाजारों में गिफ्ट आइटमों की धूम मची हुई है। हर तरफ विभिन्न प्रकार के आकर्षक चाकलेट पैक, फ्रूटी पैक, रसगुल्ले व मिठाइयों के पैक देखने को मिल रहे है। इतना ही नहीं, गिफ्ट आइटमों की दुकानों पर भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है। भाई अपनी बहनों को देने के लिए विभिन्न प्रकार के गिफ्ट खरीदने में लगे है, वहीं बहनें भी गिफ्ट आइटम खरीद रही है।