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शाम से देर रात तक है पूजन का शुभ लग्न

सनातनी परंपरा में कार्तिक अमावस्या को दीपावली के रूप में मनाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि लंकाधिपति रावण पर विजय प्राप्ति और 14 वर्ष का वनवास पूरा कर भगवान राम इसी दिन अयोध्या लौटे और समूची अयोध्या दीपों से जगमग हो उठी थी। असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक पर्व के रूप में देश भर में दीपावली मनायी जाती है। इस पर्व पर श्री

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 21 Oct 2014 12:01 PM (IST)Updated: Tue, 21 Oct 2014 12:49 PM (IST)
शाम से देर रात तक है पूजन का शुभ लग्न

वाराणसी। सनातनी परंपरा में कार्तिक अमावस्या को दीपावली के रूप में मनाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि लंकाधिपति रावण पर विजय प्राप्ति और 14 वर्ष का वनवास पूरा कर भगवान राम इसी दिन अयोध्या लौटे और समूची अयोध्या दीपों से जगमग हो उठी थी। असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक पर्व के रूप में देश भर में दीपावली मनायी जाती है।

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इस पर्व पर श्री समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी की आराधना की जाती है। व्यापारी वर्ग व्यापार उन्नति की कामना से लक्ष्मी पूजन करते हैं और तामसी लोग तंत्र साधते हैं। बंगीय समाज के लोग काली पूजा करते हैं।

पूजन का शुभ लग्न

ज्योतिर्विद आचार्य ऋषि द्विवेदी के अनुसार इस बार अमावस्या का मान 23 को भोर 2.08 बजे से 24 की भोर 3.02 बजे तक बना रहेगा। दीप पर्व 23 को मनाया जाएगा। पूजन के लिए स्थिर वृष लग्न शाम 6.59 से 8.55 तक और सिंह लग्न रात 1.27 से 3.41 तक रहेगा। दीपावली की शाम प्रभु की अगवानी में दीप जलाए जाते हैं। इसमें शुद्ध घी या तेल से मिट्टी के दीप जलाने का विधान है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आवास, कार्य स्थल, प्रतिष्ठान का रंग रोगन व सफाई कर रात्रि में लक्ष्मी जी की पूजा आराधना और जागरण किया जाता है।

मान्यता

मान्यता है कि भगवती लक्ष्मी दीपावली की रात हर घर में भ्रमण करती हैं। स्वच्छ और दीप माला से सज्जित घरों में पधारती हैं। भक्त जो उन्हें श्रद्धा से याद करते हैं, उन पर कृपा बरसाती हैं और उनके घर में निवास करती हैं। व्यापारी वर्ग इस रात शुभ और स्थिर लग्न में अपने कार्य प्रतिष्ठान की उन्नति के लिए गणेश-लक्ष्मी, इंद्र-कुबेर के समक्ष रात्रि र्पयत दीप प्रज्जवलित करते हैं। इससे भगवती लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसके लिए विशेषकर श्रीसूक्त का पाठ, कनकधारा स्त्रोत, लक्ष्मी चालीसा एवं लक्ष्मी मंत्र से आराधना करनी चाहिए।

इस दिन कार्तिक अमावस्या होने से प्रात: स्नानादि कर के देव पितृ आराध्य का अर्चन करना चाहिए। घी-दूध-दही-शहद आदि से श्राद्ध कर यम को तर्पण करना चाहिए। इसी दिन प्रात: हनुमान जी का दर्शन पूजन करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। सायंकाल देव मंदिरों में दीप जलाना चाहिए। निशा काल में मां काली पूजा तथा रात्रि के अर्ध में 'दरिद्रा' का निष्कासन करना चाहिए।

अन्नपूर्णा मंदिर

धनतेरस से चार दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अन्नपूर्णा मंदिर के करीब मुख्य सड़क पर एंबुलेंस तैनात रहेगी। इसमें आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में डाक्टरों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। काली पूजन मंडपों के पास भी एंबुलेंस लगाई जाएगी।

सरकारी अस्पतालों में हाई अलर्ट

दीप पर्व श्रृंखला के पहले दिन 21 से 26 अक्टूबर तक सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर रहेंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लगायत सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में 24 घंटे डाक्टरों व स्टाफ की तैनाती रहेगी। इनमें आपात स्थिति के लिए पांच-पांच और मंदिरों की अधिकता वाले क्षेत्र मारवाड़ी अस्पताल में 10 बेड आरक्षित रहेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एमपी चौरसिया ने सोमवार को निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक में यह निर्देश दिए। पर्व के मद्देनजर सरकारी डाक्टरों व कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त कर दी गई है। उन्हें ड्यूटी अनुसार सेवाएं देनी ही होंगी, डाक्टर आनकाल कभी भी बुलाए जा सकेंगे। मंडलीय अस्पताल में बर्न वार्ड में अतिरिक्त बेड तैयार रखने को कहा गया।

मेडिको लीगल कहीं भी - पर्व को देखते हुए मेडिको लीगल में क्षेत्र की बाध्यता खत्म कर दी गई है। किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति किसी भी अस्पताल में मेडिको लीगल करा सकेगा।

दीपोत्सव पर चकाचक मिलेगी बिजली

पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने दीपोत्सव पर निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति करने के लिए मुकम्मल तैयारी की है। प्रबंधन पहले ही दीपावली की रात चकाचक बिजली आपूर्ति का वादा कर चुका है। आकस्मिक तौर पर आने वाले फाल्ट से निबटने के लिए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर, इंसुलेटर, केबिल बक्सा, पैनल, बस बार आदि उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है। पावर कारपोरेशन ने दीपावली पर आपूर्ति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था भी की है। बंद एक-दो इकाइयों के चालू होने से उत्पादन भी बढ़ा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि रात में कटौती नहीं कराई जाएगी। दिन में रोस्टरिंग की आशंका है लेकिन रात को जगमगाने की योजना तैयार है।

जोन स्तर पर आज से कंट्रोल रूम - प्रयास में कोई कमी नहीं है। लखनऊ स्थित ऊर्जा प्रणाली सिस्टम से वार्ता हो चुकी है। सभी जोन पर मंगलवार तक कंट्रोल रूम खोल दिए जाएंगे। इसमें आठ-आठ घंटे के क्त्रम में इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई गई है। वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ व मीरजापुर के मुख्य अभियंताओं को सतर्क किया गया है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी आने पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है। -डा. काजल, प्रबंध निदेशक, पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम।


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