ऐंसी मान्यता है कि नौतपा में गर्मी जितनी बढ़ेगी मानसून उतना बेहतर रहेगा
नौतपा में सूर्यदेव नही बल्कि वरूण और इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक दो अपवाद को छोड़कर ऐसा कभी हुआ ही नही जब नौतपा में तापमान बढ़ा हो। वैसे तो मौसम विज्ञान नौतपा की धारणा को मानता ही नही है, लेकिन भारत मौसम विज्ञान विभाग के पासनौतपा
हरदा । नौतपा में सूर्यदेव नही बल्कि वरूण और इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक दो अपवाद को छोड़कर ऐसा कभी हुआ ही नही जब नौतपा में तापमान बढ़ा हो। वैसे तो मौसम विज्ञान नौतपा की धारणा को मानता ही नही है, लेकिन भारत मौसम विज्ञान विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार नौतपा माने जाने वाले दिनों के पहले या फिर बाद में तापमान की बढ़ोत्तरी होती है। प्रायः नौतपा में जो गर्मी महसूस होती है, वह तापमान की नही बल्कि उमस के कारण होती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम केंद्र के अनुसार नौतपा कहे जाने वाले दिनों में सामान्यतः नमी, आद्रता के कारण तापमान में गिरावट आ जाती है। जिसके कारण बादल बने हैं और कहीं-कहीं बारिश की भी संभावना होती है। नौतपा में उमस कितनी महसूस होगी, कितनी नही, यह बात नौतपा शुरू होने से पहले के तापमान पर निर्भर करती है। यदि नौतपा से पहले तापमान अधिक रहा है तो उमस महसूस होगी और यदि तापमान सामान्य रहा है तो नौतपा में उमस भी सामान्य महसूस होगी।
दरअसल नौतपा से पहले जितना तापमान अधिक होगा, उतना आद्रता और नमी के कारण उमस बढ़ेगी। ठीक इसके विपरीत हिन्दू धर्म में ऐंसी मान्यता है कि नौतपा में गर्मी जितनी बढ़ेगी मानसून उतना बेहतर रहेगा और बारिश अच्छी होगी। बुधवार को जिले का तापमान 43 डिग्री रहा। बादल की आंख मिचौली भी चलती रही। कुछ समय के लिए दोपहर में घने बादल छाए। बारिश की संभावना मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 2 जून तक तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नही रहेगा। 28 मई से 1 जून तक तापमान 43-44 डिग्री तक रहेगा। 2 जून को तापमान गिरकर 41 डिग्री तक आने का अनुमान है। इस दौरान अगले 24 घंटे के बीच-बीच में बादल भी छाए रहेंगे। जानकारी के अनुसार गर्मी के कारण अरब सागर में आद्रता-नमी बढ़ गई है। जिसके कारण बादल बन रहे हैं। जिले में 28, 29 और 30 मई को बारिश होने की संभावना है। वहीं इन्ही दिनों में कुछ जगह तापमान का केंद्र होने के कारण हवाएं एक साथ केंद्र की ओर चल सकती हैं। जिसके कारण कुछ जगह धूल भरी आंधी भी चल सकती है। इनका कहना नौतपा में जो गर्मी महसूस होती है वह बढ़े हुए तापमान के कारण नही बल्कि आद्रता और नमी से होने वाली उमस के कारण महसूस होती है। हमारे पास जो रिकार्ड उपलब्ध है उसमें एक दो अपवाद को छोड़कर शायद ही कभी ऐसा हुआ हो कि तापमान में बढ़ोत्तरी हुई हो। हां लेकिन यह सामान्यतः जरूर होता है कि नौतपा से पहले और उसके बाद तापमान में बढ़ोत्तरी होती है। फिलहाल तो 28 मई से लेकर 2 जून तक धूल भरी आंधी और कहीं-कहीं पर बारिश होने की संभावना है। - मंगलेश रैक्वापर्ण, एएमआई, मौसम केंद्र भोपाल