Move to Jagran APP

केदारनाथ में ठंड के कारण हर तीन घंटे के बाद सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी बदल दी जाती

उत्तराखंड सहित पूरे उत्तर भारत को कड़ाके सर्दी ने अपने चपेट में ले लिया है। घने कोहरे के कारण रविवार की रात से सोमवार सुबह तक वाहनों का परिचालन तथा उड़ाने प्रभावित रहीं वहीं अनेक राज्यों से शीतलहर के कारण लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। उत्तराखंड के

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 23 Dec 2014 11:49 AM (IST)Updated: Tue, 23 Dec 2014 11:57 AM (IST)

नई दिल्ली : उत्तराखंड सहित पूरे उत्तर भारत को कड़ाके सर्दी ने अपने चपेट में ले लिया है। घने कोहरे के कारण रविवार की रात से सोमवार सुबह तक वाहनों का परिचालन तथा उड़ाने प्रभावित रहीं वहीं अनेक राज्यों से शीतलहर के कारण लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। उत्तराखंड के केदारनाथ में बर्फ की चादर सी बिछी है।

loksabha election banner

उत्तराखंड के केदारनाथ में कड़ाके की ठंड के बीच मंदिर की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मी को विषम हालात के कारण यहां हर तीन घंटे के बाद सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी बदल दी जाती है।

सूर्यदेव बादलों की ओट में छिपे

रहे। उत्तराखंड की चोटियों पर पिघल रही बर्फ और वहां से ठंडक लेकर लौट रही हवाएं प्रदेशभर के लोगों के लिए परेशानियों का सबब बनी हुई हैं। ठंड से सोमवार को हरिद्वार के बहादराबाद में दो और उधमसिंहनगर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को पारे की गिरावट ने विगत पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया। यहां न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्र्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बीती रात तथा सोमवार की सुबह राजधानी घने कोहर की चादर ओढ़े हुए निकली। यह इस मौसम का पहला दिन रहा जब इतनी बड़ी संख्या में उड़ाने प्रभावित हुई हैं। घने कोहरे के कारण राजधानी के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर सोमवार की

हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी हवाएं सक्रिय होने से सोमवार को प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। इससे समूचा प्रदेश शीत लहर की चपेट में आ गया। प्रदेश में गर्म जिला माने जाने वाले ऊना का तापमान शिमला से कम रहा। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर में सोमवार सुबह को चोटियों, रक्छम, छितकुल, सांगला, कंडा, चाका हाइट व किन्नर कैलाश में ताजा हिमपात हुआ। वहीं जलस्नोत जमने से लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा। कुल्लू जिले में सप्ताहभर पहले हुई बर्फबारी के कारण रोहतांग दर्रा व लाहुल-स्पीति का संपर्क पहले ही कटा हुआ है। राजस्थान के कई शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है।

गौरीकुंड हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद -

रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाइवे पर बांसवाडा में हाईवे क्षतिग्रस्त होने से प्रशासन ने बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। छोटे वाहनों की आवाजाही हो रही है। सुरक्षा को देखते हुए यहां पर पुलिस के जवानों भी तैनात किए गए हैं। गत तीन दिन पूर्व बांसवाडा में गौरीकुंड हाईव पर पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया था। मार्ग संकरा होने से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। इसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सोमवार को बांसवाडा में बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। वहीं प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा एवं दुर्घटना को देखते हुए यहां पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.