पंचक ने थामे शिवभक्तों के कदम, निषिद्ध है शुभ कार्य
सावन की विधिवत् शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का भी अधिकृत शुभारंभ हो गया। इसके साथ ही शनिवार सुबह से पंचक भी शुरू हो गए, पंचक शुरु होते ही अधिकांश कांवडिय़ों के कदम भी थम गए। पंचक में शुभ कार्य निषिद होने के कारण धर्मनगरी में कांवडिय़ों की आमद
नई दिल्ली। सावन की विधिवत् शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का भी अधिकृत शुभारंभ हो गया। इसके साथ ही शनिवार सुबह से पंचक भी शुरू हो गए, पंचक शुरु होते ही अधिकांश कांवडिय़ों के कदम भी थम गए। पंचक में शुभ कार्य निषिद होने के कारण धर्मनगरी में कांवडिय़ों की आमद के साथ-साथ जावक भी कम ही रहेगी। दूर-दराज से आने वाले कांवडिय़ें पंचक लगने से पूर्व ही जल भरकर अपने गंतव्यों को प्रस्थान कर रहे हैं। पंचक में लकड़ी का सामान खरीदना वर्जित होने के कारण जिन कांवडिय़ों ने कांवड़ नहीं खरीदी है वह अब पंचक के बाद ही वापसी करेंगे, इस दौरान केवल वे ही कांवडिय़े वापसी करेंगे जिन्होंने पंचक से पहले कांवड़ ले ली (उठा) है।
कांवड़ मेला शनिवार को विधिवत रूप से शुरू हो गया। लेकिन इस बार कांवड़ मेला शुरू होते ही पंचकों ने खलल डाली है। जिसके चलते शुरूआती पांच दिनों में हरिद्वार आने वाले कांवडिय़ों की संख्या कम ही रहेगी। पंचकों में कोई शुभ कार्य न होने के कारण कांवडिय़ें कांवड़ नहीं उठायेंगे। 5 अगस्त के बाद कांवडिय़ों की संख्या में दोगुनी वृद्धि होगी। इसी दौरान लाखों की संख्या में शिवभक्त जल लेकर अपने गंतव्यों को वापसी करेंगे। वहीं 9 अगस्त के बाद हरिद्वार में पुलिस का पीक टाइम भी शुरू होगा। 9 अगस्त से ही डाक कांवडिय़ों का हरिद्वार आगमन होगा। डाक कांवडिय़ों को नियंत्रित करना पुलिस के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होता।
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पंचक में ये कार्य रहेंगे बाधित
-कांवडिय़े दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करते।
-शिवभक्त कांवड़ नहीं उठायेंगे।
-बांस से बनी कोई वस्तु नहीं खरीदी जायेगी।
-कांवड़ के लिए कोई वस्तु नहीं खरीदी जायेगी।
-नयी कांवड़ खरीदने पर रहेगी रोक।