हर हर गंगे
शुक्रवार को पंचपुरी में सिंदूरी आभा बिखरने के साथ ही श्रद्धालु धर्म-अध्यात्म की ज्ञान सरिता में गोते लगाने लगे।
हरिद्वार। शुक्रवार को पंचपुरी में सिंदूरी आभा बिखरने के साथ ही श्रद्धालु धर्म-अध्यात्म की ज्ञान सरिता में गोते लगाने लगे। मौका था निर्जला एकादशी का। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने बिना अन्न-जल ग्रहण किए गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई और मठ-मंदिरों से लेकर घर-घर श्री हरि विष्णु भगवान की पूजा-अर्चना की।
शुक्रवार की सुबह से ही पंचपुरी में निर्जला एकादशी की तैयारियां शुरू हो गई। श्रद्धालुओं ने बिना अन्न-जल ग्रहण किए हुए निर्जला व्रत रखा। इसके बाद श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए गंगा तटों पर पहुंचे। सुबह से लेकर शाम तक गंगा तटों पर स्नान का क्रम चलता रहा। इस दौरान गंगाद्वार के हृदय स्थल हरकी पैड़ी में तो पैर रखने तक की जगह नहीं रही। समूचे हरकी पैड़ी क्षेत्र में चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए। यहां धार्मिक सामग्री की बिक्री भी खूब हुई।
हरकी पैड़ी समेत सभी घाटों में भाष्कर देवता को अघ्र्य चढ़ाकर स्नान का क्रम शाम तक चलता रहा। गंगा स्नान के समांतर ही गंगा तटों पर श्री हरि विष्णु भगवान के निमित अनुष्ठान व पूजा-पाठ का सिलसिला भी चलता रहा।
शहर में हर तरफ नजर आई छबील-
निर्जला एकादशी के दिन जल दान की महत्ता के मद्देनजर पूरे शहर में ठंडे शर्बत से सजी छबीलें नजर आईं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु राह चलते लोगों को सारा दिन ठंडा शर्बत पिलाने में लगे रहे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर