रिश्ते की बुनियाद स्पर्श का संवाद
क्या शादी में सेक्स संबंध ही महत्वपूर्ण है? क्या केवल इसके बल पर शादी टिक सकती है? सच तो यह है कि सेक्स से इतर भी ऐसी कई बातें हैं, जो रिश्ते की नींव को पुख्ता करती हैं। स्पर्श ऐसा ही संवाद है, जिसमें बिना बोले दूसरे तक अपनी बात पहुंचाई जा सकती है। स्पर्श के संवाद की यह कला सीखें और रिश्ते को दें मजबूत धरातल।
इस स्तंभ में अकसर लिबिडो, सेक्स डिजायर्स या सेक्सुअल इंटीमेसी की बात की जाती है। यह सही है कि शादी के शुरुआती वर्षो में सेक्स एक फन गेम की तरह होता है। एक-दूसरे के मन तक पहुंचने के लिए सेक्स को ज्यादा रोमैंटिक, मजेदार और रोमांचक बनाने की जरूरत होती है। लेकिन शादी के कुछ साल बाद सेक्स के अलावा भी कई बातें महत्वपूर्ण होने लगती हैं। ऐसे कई कपल्स हैं जिनके बीच सेक्स संबंध बहुत फ्रीक्वेंट न होने के बावजूद वे शानदार दंपती हैं। इसके विपरीत कई दंपती ऐसे भी हैं, जिनके सेक्स संबंध अच्छे होने के बावजूद उनके निजी रिश्ते अंतरंग नहीं हो सके। सवाल यह है कि क्या दांपत्य जीवन में सेक्स सबसे ज्यादा अहम है? या फिर इसे लेकर कुछ ज्यादा ही सोचा जा रहा है? इसका जवाब यह है कि सेक्स का महत्व तो यकीनन है, लेकिन इसके इतर भी कई अन्य बातें हैं जो रिश्ते को मजबूत बनाती हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि दांपत्य की सफलता महज इससे तय नहीं हो सकती कि कपल की सेक्स लाइफ शानदार है। शोध यह भी बताते हैं कि दांपत्य में सेक्स की रेटिंग की जाए तो यह 10 में से 6 की ही है।
स्पर्श से हो संवाद
शादी बेहद जटिल संबंध है। सर्वेक्षणों में पाया गया है कि जो कपल्स निरंतर संवाद में रहते हैं, रोजमर्रा के जीवन में एक-दूसरे के प्रति स्नेह भरे स्पर्श को महत्व देते हैं, उनके संबंधों में अधिक भरोसा, सुरक्षा और भावनात्मक जुडाव रहता है। कई दंपती तो यहां तक मानते हैं कि सफल विवाह में स्पर्श का महत्व सर्वाधिक है।
दरअसल पत्र-पत्रिकाओं, फिल्मों या पुस्तकों में सेक्स का चित्रण कुछ इस तरह किया जाता है, मानो यही दांपत्य का सूत्र आधार हो, मगर हकीकत में ऐसा नहीं है। शादी अगर विफल होती है तो इसके कई कारण होते हैं, जिनमें सेक्स भी एक कारण हो सकता है, मगर सिर्फ सेक्स की कमी के चलते न तो कोई शादी टूटती है और न महज अच्छे सेक्स संबंधों के बल पर कोई शादी सफल होती है। स्त्री-पुरुष दोनों को स्पर्श प्रिय होता है। नॉन सेक्सुअल स्पर्श के कुछ क्षण पार्टनर के मन में प्यार व स्नेह जगाते हैं और उसे गहरी अनुभूतियों से भर सकते हैं। सेक्स भी कहीं न कहीं स्पर्श का ही एक्सटेंशन है।बिना स्पर्श के बनाया गया सेक्स संबंध कभी आत्मिक ख्ाुशी और संतुष्टि नहीं दे सकता।
प्यार से स्पर्श करें क्योंकि
-सुबह पार्टनर के माथे पर होठों का प्यारा स्पर्श देते हुए गुड मॉर्निग कह कर देखें। दोनों की सुबह अच्छी हो जाएगी।
-घर से बाहर निकलते हुए दरवाजे पर एक विदा किस साथी को दुनिया का सामना करने का हौसला दे सकती है।
-शाम को घर लौटते हुए मुस्कराते चेहरे के साथ साथी को एक टाइट हग दें। दिन भर की उसकी थकान मिट जाएगी। डिनर के दौरान रोमैंटिक भाव-भंगिमाएं भी एक मजेदार संवाद हो सकता है।
-टीवी देखते हुए, म्यूजिक सुनते हुए या शाम की कॉफी पीते हुए हलका-फुलका स्पर्श प्यार की गर्माहट को बनाए रखता है।
-सोने से पहले गुड नाइट किस, बालों में उंगलियां फिराना, हथेलियों-पैरों का स्पर्श और नींद में कपल्स की पॉजिशन बताती है कि उनका आपसी प्रेम कितना गहरा है।
-किचन में काम करते साथी के कंधे थपथपा देना, उसका पसीना पोछना या खाने की तारीफ करते हुए उसके हाथों को चूम लेना ये छोटी-छोटी बातें और सराहनाएं रिश्ते में सेक्स से ज्यादा कारगर हैं।
दुर्भाग्यवश आज की लाइफस्टाइल में कपल्स के बीच रोमैंस के पल लगभग गायब होते जा रहे हैं। सेक्स पर्ट्स मानते हैं कि स्पर्श वह अचूक हथियार है, जिससे रिश्ते में पैदा होने वाली कई समस्याएं सुलझ सकती हैं।
स्पर्श के बिना सेक्स महज रस्म-अदायगी है। लेकिन स्पर्श सिर्फ सेक्स के लिए न हो, वर्ना पार्टनर आहत हो सकता है और ख्ाुद को सेक्स ऑब्जेक्ट महसूस कर सकता है। दिन भर में स्पर्श के कुछ खूबसूरत क्षणों को न गंवाएं। सुखी सेक्स जीवन की सीक्रेट रेसिपी है स्पर्श। इसलिए देर न करें, स्पर्श का तडका लगाएं और शादी को बनाएं जायकेदार।
स्पर्श के ये तरीके
1. स्पर्श करें और स्वस्थ रहें। एक-दूसरे के साथ एक्सरसाइज करने, साथी को व्यायाम सिखाने, साथ-साथ स्विमिंग, सायक्लिंग, डांस करने या फिर पार्टनर योगा करने से मन भी स्वस्थ रहेगा और शरीर भी।
2. संडे या किसी भी छुट्टी के दिन एक-दूसरे का हाथ पकड कर लेटे रहें, बातें करें या घूमने निकल जाएं। हाथों का यह स्पर्श देर तक दिल को उत्साहित रखेगा और शादी में दोस्ती जैसा खुलापन भी पैदा करेगा।
3. आलिंगन या टाइट हग करें। इस स्पर्श में सेक्स की गर्माहट भी है और स्नेह की बारिश भी। जिस तरह बच्चे को मां की बाहें सुकून और सुरक्षा का एहसास दिलाती हैं, उसी तरह आलिंगन कपल्स को सुरक्षित होने का एहसास दिलाता है।
4. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि स्पर्श पार्टनर को कई कार्डियोवेस्कुलर समस्याओं से बचा सकता है। एक टाइट हग या किस शरीर में कार्टिसोल हॉर्मोन का स्तर कम करता है, जो स्ट्रेस के लिए जिम्मेदार है। साथ ही यह ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन में वृद्धि करता है, जो खुशी प्रदान करने वाला हॉर्मोन है। दबाव कम होगा तो दिल से जुडी समस्याएं भी कम होंगी।
5. स्पर्श में बिना कुछ कहे-सुने भी एक-दूसरे की बात सुनी-समझी जा सकती है। नॉनसेक्सुअल स्पर्श भावनाओं को बेहतरीन ढंग से संप्रेषित करता है। पार्टनर के कंधे पर स्नेह भरा हाथ जताता है कि साथी उससे प्यार करता है, उसकी केयर करता है।
6. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैंडियागो (यूएस) के अनुसार स्पर्श से कपल्स के बीच एक अलग तरह की बॉंडिंग पैदा होती है। इससे रिश्ते में भरोसा पैदा होता है, जो मजबूत संबंध की नींव है।
7. अपनी पुस्तक द फाइव लव लैंग्वेज में लेखक गैरी चैपमेन कहते हैं, स्पर्श से व्यक्ति को अपनी उपयोगिता और साथी की चाहत का अनुभव होता है। साथी की बांह पकडना, उसके कंधे पर हाथ रखना, उसके गाल थपथपा देना..जैसी क्रियाएं रोजमर्रा के व्यवहार में नजदीकी बढाती हैं और भागदौड भरी जिंदगी में तनाव से दूर करने में सहायक हैं।
8. गर्दन, पीठ, कंधे की मसाज भी दंपती के बीच प्रेम-भावना को बढाती है। सेक्स क्रिया से पहले रोमैंटिक मसाज फोरप्ले की भूमिका भी अदा करती है।
9. हाथ मिलाने जैसे शिष्टाचार से जुडे कुछ स्पर्श भले ही कॉर्पोरेट कल्चर का हिस्सा हों, लेकिन दांपत्य में भी इनका महत्व है। इससे एक-दूसरे के प्रति सम्मान-भावना पैदा होती है तो दूसरी ओर इससे पर्सनल स्पेस का एहसास भी होता है।
10. मैरिज काउंसलर्स और सेक्सपर्ट्स का मानना है कि ज्यादातर सेक्स समस्याओं में स्पर्श की कमी एक बडा कारण है। फोरप्ले या स्पर्श के बिना बनाए गए सेक्स संबंध पीडादायक होते हैं, साथ ही इनमें कई बार पार्टनर की भावनाएं भी आहत हो सकती हैं।
इंदिरा राठौर