पोस्ट मेसेक्टमी ड्रेसिंग
ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही ज्यादातर स्त्रियों को मेसेक्टमी यानी ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करवानी पड़ती है। इस सर्जरी के बाद अधिकतर स्त्रियां हीन भावना से ग्रस्त हो जाती हैं। ऐसे में आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए जरूरी हैं उचित पोस्ट मेसेक्टमी ड्रेसेज। इनके चयन में आपकी मदद कर रही है सखी।
खूबसूरती व्यक्तित्व का आईना होती है। आत्मविश्वास का जरिया होती है। लेकिन अगर किसी वजह से खूबसूरती को बरकरार रखना चुनौती बन जाए तो यह बेहद मुश्किल हो जाता है। मेसेक्टमी यानी बे्रस्ट रिमूवल की प्रक्रिया से गुजरने वाली स्त्रियों की समस्या भी कुछ ऐसी ही होती है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो कुछ खास सावधानियां बरतने से मेसेक्टमी के बाद भी स्त्रियां अपने लुक को लेकर पनप रही हीन भावना को दूर कर सकती हैं।
मानसिक-सामाजिक चुनौतियां
पिछले साल कई सलेब्रिटी ब्रेस्ट कैंसर सरवाइवर्स के किस्से सुर्खियों में रहे। ये सलेब्रिटी सरवाइवर्स आम स्त्रियों के लिए प्रेरणा की किरण तो साबित हुई, पर पोस्ट मेसेक्टमी के पहनावे को लेकर अभी भी उनके मन में कई सवाल हैं। कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रमेश सरीन कहती हैं, भारत में कैंसर पीडित स्त्रियों में से 25-35 प्रतिशत को ब्रेस्ट कैंसर है। कई मामलों में मेसेक्टमी ही अंतिम उपाय रह जाता है। इस ट्रीटमेंट के बाद किसी भी स्त्री के लिए खुद को आइने में देखना बेहद मुश्किल होता है। अकसर मेसेक्टमी के बाद स्त्रियां हीन भावना के चलते घर से निकलना बंद कर देती हैं। लेकिन कुछ खास बातों का ख्याल रखा जाए तो मेसेक्टमी के बाद के दिनों में भी सामान्य जीवन जिया जा सकता है।
उचित मेसेक्टमीवेयर जरूरी
मेसेक्टमी के बाद ज्यादातर स्त्रियां पॉकेट वाली लॉन्जरी पहनती हैं जिनमें सिलिकॉन प्रोस्थेसिस (आर्टीफिशियल ब्रेस्ट) इनबिल्ट होता है। मेसेक्टमी वेयर की फिटिंग परफेक्ट होनी चाहिए क्योंकि ऐसा न होने पर तेज वॉक या डांस जैसी एक्टिविटीज से प्रोस्थेसिस स्लिप भी हो सकता है। हाल ही में मेसेक्टमी ब्लाउज रेंज लॉन्च करने वाले फैशन डिजाइनर शिवन एंड नरेश कहते हैं, हमने मेसेक्टमी ब्लाउज हिंदुस्तानी स्त्रियों के फिजीक के हिसाब से बनाए हैं। इनमें प्रोस्थेसिस इन बिल्ट है। ये ब्लाउज पोस्ट ब्रेस्ट कैंसर के मेंटल ट्रॉमा से गुजर रही स्त्रियों के लिए कॉस्मेटिक सॉल्यूशन पेश करने की कोशिश है।
फैब्रिक और रंग अहम
ब्रेस्ट कैंसर सरवाइवर्स के लिए परिधानों के चुनाव को लेकर सतर्कता बेहद जरूरी है। डॉ. रमेश बताती हैं कि मेसेक्टमी के बाद स्त्रियों को कॉटन जैसे आरामदायक फैब्रिक्स के फ्लोई परिधान पहनने चाहिए। टाइट फिटिंग और सिंथेटिक फैब्रिक वाले परिधान पहनने से बचना चाहिए। परिधानों के रंग खुशनुमा होने चाहिए, ताकि उन्हें पहनकर आप आत्मविश्वास महसूस करें।
हेयर लॉस का समाधान
धर्मशिला हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट कैंसर सर्जन डॉ. बी निरंजन नायक कहते हैं कि कीमोथेरेपी के बाद सभी प्रकार के कैंसर पेशेंट्स को हेयर लॉस की समस्या होती है। ऐसे में कस्टम मेड हेयर विग का इस्तेमाल किया जा सकता है जो विभिन्न हेयर कलर्स और टेक्सचर्स के हिसाब से उपलब्ध हैं। हेयर लॉस को छुपाने के लिए कलरफुल कैप्स और स्कार्फ्स भी पहन सकती हैं।