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हर उम्र में छलके आंखों से खूबसूरती

आपकी आंखें बड़ी खूबसूरत हैं- अगर आप इस कॉम्पि्लमेंट के इंतजार में हैं तो आंखों के मेकअप पर खास ध्यान दें। अवसर और उम्र को ध्यान में रखकर अगर आई मेकअप किया जाए तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि लोगों की नजर आप पर न टिके।

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 04:27 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 04:27 PM (IST)

आंखें किसी की चेहरे का मुख्य आकर्षण होती हैं। तभी तो मेकअप एक्सपर्ट आंखों के लुक और मेकअप पर विशेष ध्यान देते हैं और तरह-तरह केआई लुक ईजाद करते हैं, लेकिन क्या आंखों के मेकअप का वही पैटर्न और स्टाइल उम्र के हर पडाव के लिए मुफीद होगा? एक्सपर्ट की मानें तो उम्र के मुताबिक अगर आंखों का मेकअप किया जाए तो वह खूबसूरती में चार-चांद लगा देता है। 20, 30, 40 और 50 की उम्र में कैसा हो आई मेकअप बता रही हैं मेकअप आर्टिस्ट मंजू रावत।

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20-29 वर्ष

इस उम्र में किसी भी तरह का आई मेकअप फ्लॉन्ट किया जा सकता है। आई मेकअप में तरह-तरह के प्रयोग की यह खास उम्र होती है। चाहें तो बोल्ड कलर्स, शिमर और स्पार्कल, क्रीम आइशैडो या पाउडर कुछ भी इस्तेमाल कर सकती हैं। आंखों का मेकअप करते समय इस बात का ध्यान रखना सबसे अहम है कि आप उस मेकअप में यंग और ताजगी से भरी नजर आएं। दिन के लिए न्यूट्रल और पेस्टल कलर चुनें। डार्क कलर से बचें। छोटे कार्यक्रमों, क्लब या ऑफिस पार्टी के लिए कम से कम मेकअप में रहें, क्योंकि इस उम्र में चेहरे पर कुदरती चमक और कसाव होता है।

30-39 वर्ष

इस उम्र में ऐसा आई मेकअप करें कि आंखें प्रॉमिनेंट नजर आएं। लाइट स्किन टोन वाली युवतियां ब्रोबोन (भौहों की हड्डी) को लशैंपेन कलर से हाइलाइट कर सकती हैं। वहीं सांवली त्वचा वाली ब्रॉन्ज शेड से हाइलाइट कर सकती हैं। शाम के लिए अपने फाउंडेशन से मेल खाता शैडो चुनें जो आसानी से ब्लेंड भी हो जाए। शाम के लिए डार्क ब्राउन और ग्रे शेड बेस्ट होगा। इसे अछी तरह ब्लेंड करें। इसके बाद ऊपरी व निचली पलकों पर आइलाइनर की एक पतली रेखा खींचें। लुक को कंप्लीट करने के लिए वॉल्यूमाइजिंग मस्कारा का दो कोट जरूर लगाएं। अगर आंखों के चारों ओर रूखापन है तो लोशन का इस्तेमाल करें। कुछ देर लगाने के बाद कॉटन से पोंछ दें। ताकि मेकअप फैलने न पाए। ऊपरी पलकों पर आइ लाइनर आंखों के कोनों के बाहर ऊपर की तरफ कर्व बनाते हुए लगाएं। इससे आंखें बडी और आकर्षक नजर आएंगी। इस उम्र में भौंहों के आकार और उसके रंग पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। थ्रेडिंग नियमित रूप से कराएं। अपनी भौहों से एक शेड हलके रंग का आईशैडो चुनें और भौहों पर ब्रश की सहायता से लगाएं। भौहों को ऐसा आकार दें कि आर्च साफ नजर आएं। ऐसा करने से शार्प आई लुक होता है। भौहों का आकार राउंड भूल कर भी न रखें। ऐसा करने से चेहरे पर एजिंग का एहसास होता है।

40-49 वर्ष

एजिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसे कोई रोक नहीं सकता। मेकअप की कला से इसे काफी हद तक छिपाया और दूर किया जा सकता है, लेकिन हेवी आईशैडो से दूर रहें। अपने स्वाभाविक फीचर्स को उभारें। इस उम्र में ड्रमेटिक लुक नहीं जंचता। इसलिए हलके शेड्स चुनें और अछी तरह ब्लेंड करें। पूरी पलकों पर हर रंग के आईशैडो लगाने की अब यह उम्र नहीं रही। अब आपको ब्राइट या ग्लिटर आइशैडो का मोह त्याग देना चाहिए। उम्र के विपरीत आंखों का मेकअप अजीब लगेगा। ग्लिटर और ब्राइट कलर से उम्र के निशान साफ नजर आते हैं। हलके और सॉफ्ट कलर से पलकों पर एक रेखा बनाएं। गाढा मस्कारा लगाने से बचें। उम्र बढने के साथ पलकों के बाल कम होने लगते हैं। ऐसे में गाढा मस्कारा लगाने से वह एक जगह ही जमा हुआ सा खराब लगेगा। मिनिमल मेकअप लुक को तरजीह दें। उम्र बढने के साथ पलकों की त्वचा गहरे रंग की और पतली होती जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए पलकों पर आईशैडो बेस लगाना चाहिए, इससे आंखें उभरी और चमकदार नजर आती हैं। पार्टी या किसी उत्सव पर जाने के लिए आपको अईशैडो लगाने की जरूरत ही नहीं, सिर्फ बेस से काम चलाएं। लेकिन आप आईशैडो लगाना ही चाहती हैं तो पलकों से क्रीज तक ही लगाएं। डार्क नेवी, डार्क चॉकलेट या डार्क पर्पल आइलाइनर का इस्तेमाल करें। ऊपरी और निचली दोनों पलकों पर लाइनर लगाएं। ट्रांस्पेरेंट मस्कारा लगाएं।

50-59 वर्ष

कम से कम मेकअप शालीन लगता है। दिन में न्यूट्रल शेड और रात या खास उत्सव के लिए डार्क शेड ठीक रहेगा। पलकों पर दो रंग एक साथ लगाने की जरूरत नहीं। ध्यान रखें आईशैडो ब्रोबोन तक नहीं फैले। अगर आप लिक्विड आइलाइनर लगाना पसंद करती हैं तो लगा सकती हैं। बस हाथों को साध कर पतली रेखा बनाएं। ताकि अनईवेन न लगे। इस उम्र में पतला लाइनर ही अछा लगता है। लेकिन निचली पलकों पर लिक्विड लाइनर न लगाएं। ये अप्राकृतिक लगेगा। आंखें छोटी हैं तो भीतरी कोनों पर लाइनर न लगाएं। बीच से बाहर की तरफ ले जाएं। ताकि आंखें बडी नजर आएं। पूरी आंखों पर आइलाइनर से लाइन बनाने से आंखें छोटी-छोटी नजर आती हैं। यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है। अगर आंखों के नीचे सूजन या काले घेरे हैं तो भी निचली पलकों पर लाइनर न लगाएं।

ध्यान रहे

बढती उम्र के साथ मस्कारा का पैटर्न भी बदल देना चाहिए। जरूरत पडने पर वाल्यूमाइजिंग मस्कारा के बजाय लेंथनिंग मस्कारा लगाना चाहिए, क्योंकि पलकों के बाल कम होते जाते हैं। अगर लाइट कॉम्प्लेक्शन और ब्लॉन्ड या ग्रे बाल हैं तो डार्क ब्राउन कलर का मस्कारा मुफीद होगा, बजाय ब्लैक के। अगर पलकों पर झुर्रियां साफ दिखती हैं तो शिमरी कलर से दूर रहें। मैट कलर्स को प्राथमिकता दें। ब्राइट कलर्स जैसे रॉयल पर्पल और फ्लैशी ब्ल्यू के प्रयोग से बचें।

उम्र के पचासवें पडाव पर नैचरल लुक बेहतर होता है। इस उम्र का ग्रेस अलग ही होता है।

इला श्रीवास्तव


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