एक्सरसाइज में ज्यादा प्रयोग से बचें
आज के दौर को इंस्टैंट चीजों का दौर कहा जाए तो गलत नहीं होगा। खाने-पीने से लेकर हर चीज से लोग तत्काल प्रभाव की उम्मीद करने लगे हैं। यहां तक कि एक्सरसाइज में भी तुरंत नतीजे की उम्मीद की जाती है। इसके लिए लोग जरूरत से ज्यादा और अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करने से भी परहेज नहीं करते, लेकिन जरूरत से ज्यादा व्यायाम भी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। भला कैसे, बता रहे हैं फिटनेस इंस्ट्रक्टर नीरज मेहता।
बदलती लाइफस्टाइल ने फिट रहने के तौर-तरीके भी बदल दिए हैं। आए दिन एक्सरसाइज के ट्रेंड सामने आ रहे हैं। जिमिंग, स्विमिंग, रनिंग, एरोबिक्स, पावर योग और किक-बॉक्सिंग जैसे कई ऑपशंस लोगों को मिल गए हैं, लेकिन इंस्टैंट रिजल्ट के चक्कर में वो इन सारे ऑप्शंस को एक ही साथ आजमाने की भूल कर रहे हैं। यह नजरिया अच्छी फिटनेस पाने के लक्ष्य से उन्हें भटका रहा है। इतना ही नहीं, जल्द से जल्द स्लिम-ट्रिम और फिट दिखने की चाह में लोग अपनी सेहत से जाने-अनजाने खिलवाड कर रहे हैं। आमतौर पर देखा जाए तो फिटनेस पाने के लिए रोजाना 30 मिनट की सही एक्सरसाइज काफी होती है, लेकिन बहुत लोगों को लगता है कि अगर वे आधे घंटे की बजाय दो घंटे एक्सरसाइज करके पसीना बहाएंगे तो उन्हें चार गुना अधिक फिटनेस मिल जाएगी। यह सोच सरासर गलत है। कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा की जाए तो उसका फायदा तो होता ही नहीं, नुकसान जरूर होता है। अच्छी सेहत और फिटनेस के लिए आप क्या करें और क्या नहीं सखी के साथ जानें।
क्या करें
-एक्सरसाइज के लिए एक समय तय कर लें। निश्चित समय पर हर हाल में वर्कआउट के लिए तैयार हो जाएं।
- एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में पहली प्राथमिकता दें।
-अच्छी फिटनेस की खातिर खुद को मोटिवेट करते रहें।
- एक्सरसाइज को पूरी तरह एंजॉय करें, इसे बोझ न समझें।
-हमेशा सकारात्मक सोच के साथ एक्सरसाइज की शुरूआत करें।
- वर्कआउट्स में थोडे-थोडे बदलाव करें, ताकि हर दिन नया जैसा लगे।
- हर वर्कआउट एक्सपर्ट की निगरानी में करें।
- वर्कआउट से पहले हमेशा वॉर्म-अप करें और वर्कआउट के बाद पूरी तरह से रिलैक्स हो जाएं।
- अपने फ्रेंड्स या जिम के ग्रुप के साथ एक्सरसाइज करें, ताकि एक-दूसरे को मोटिवेट कर सकें।
- शुरुआत धीरे-धीरे करें। हर वर्कआउट के बाद कुछ मिनटों का आराम करें।
- एक्सरसाइज की शुरुआत में एक डायरी में अपने मेजरमेंट्स नोट कर लें। कुछ हफ्तों बाद फिर से मेजर करें। पहले के मेजरमेंट और एक्सरसाइज के बाद वाले में फर्क आपका उत्साह बढाता है। इस तरीके को कुछ सप्ताह बाद दोहराएं।
- एक्सरसाइज के साथ-साथ हेल्दी डायट भी फॉलो करें, ताकि आपके शरीर में एनर्जी बनी रहे।
- वर्कआउट सेशन के दौरान पानी जरूर साथ रखें। हर वर्कआउट के बाद बहुत ज्यादा नहीं पर एक-दो घूंट पानी पीते रहें। इससे आपका शरीर डी-हाइड्रेट नहीं होगा।
- जितना हो सके सुबह के समय ही एक्सरसाइज करें।
- एक्सरसाइज करने वालों के लिए अच्छी नींद भी बेहद जरूरी है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में नींद लें।
- बेहद जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाए।
क्या न करें
- एक्सरसाइज को बोझ न समझें। स्ट्रेस दूर करने का यह बेहतरीन तरीका है। इसे एंजॉय करें।
- एक्सरसाइज में बहुत ज्यादा प्रयोग करने से बचें।
- शुरुआत में हेवी वर्क आउट से बचें।
- लक्ष्य को पाने के लिए हडबडी न मचाएं। पूरे मन से एक्सरसाइज करें।
- खुद को डी-हाइ्रेट होने से बचाएं। वर्कआउट से पहले, बाद और उसके दौरान पानी जरूर पिएं।
- एक्सरसाइज के दौरान क्रैश डाइटिंग से बचें।
- कार्डियो एक्सरसाइज को अनदेखा न करें।
हफ्ते में कम से कम तीन बार कार्डियो एक्सरसाइज करें।
- चाय, कॉफी, सोडा और सॉफ्ट ड्रिंक के सेवन से बचें।
- वेट-ट्रेनिंग के दौरान हेवी वेट्स न उठाएं। ट्रेनर की निगरानी में वेट ट्रेनिंग करें।
- ट्रेडमिल पर दौडते समय कमर और कलाई पर बहुत ज्यादा भार न दें।
- वर्कआउट के बाद ज्यादा कैलरी वाला खाना न खाएं।
- वर्कआउट से पहले भी सिर्फ जूस पिएं या फिर कोई फल खाएं। ब्रेकफस्ट के बाद वर्कआउट न करें।
बढता है तनाव
जरूरत से ज्यादा या एक ही साथ तरह-तरह की एक्सरसाइज करने से शरीर पर दबाब या आंतरिक चोट लगने का खतरा रहता है। हमेशा थकान बनी रहती है। कई बार जोडों में दर्द की शिकायत भी होने लगती है।
आमतौर पर एक्सरसाइज ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने, हृदय संबंधी रोग के खतरे कम करने, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और वजन घटाने के लिए की जाती है, लेकिन ओवर ट्रेनिंग से इन सभी बीमारियों का खतरा और बढ जाता है।
इतना ही नहीं ओवर एक्सरसाइज डिप्रेशन की वजह भी बन सकती है।
इसलिए बेहद जरूरी है कि शारीरिक जरूरत के हिसाब से एक्सरसाइज के तरीके का चुनाव किया जाए और किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही एक्सरसाइज की जाए।
इला श्रीवास्तव