महासमर का नायक कौन
लोकसभा के चुनावी समर में जहां नेता अपना परचम लहराने को दिन-रात एक किए हैं, वहीं आम जनता इस ऊहापोह में फंसी है कि आखिर कौन बनेगा प्रधानमंत्री? किसके नाम किया जाए मताधिकार का प्रयोग? कौन संभालेगा सल्तनत? यह सवाल इस बार के चुनाव में कोई नया नहीं ह
लोकसभा के चुनावी समर में जहां नेता अपना परचम लहराने को दिन-रात एक किए हैं, वहीं आम जनता इस ऊहापोह में फंसी है कि आखिर कौन बनेगा प्रधानमंत्री? किसके नाम किया जाए मताधिकार का प्रयोग? कौन संभालेगा सल्तनत? यह सवाल इस बार के चुनाव में कोई नया नहीं है, लेकिन इसमें युवा मतदाताओं की दिलचस्पी का प्रतिशत तेजी से बढ़ा है, यह सही है। चुनाव के पूर्व क्या चल रहा है चालीस साल से कम उम्र के मतदाताओं से खंगालने की कोशिश की है प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय ट्रेनर, लेखक एवं युवा विचारक डॉ. उज्चवल पाटनी ने। डायमंड पॉकेट बुक्स द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'ऑपरेशन प्रधानमंत्री: युवा किसे चुनें' में लेखक ने दिल्ली की दौड़ में शामिल नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के व्यक्तित्व का न सिर्फ तुलनात्मक आंकलन किया है, बल्कि युवा वर्ग इन तीनों में क्या खूबियां देखता है, इसे भी सलीके से प्रस्तुत करने की कोशिश की है। चुनावी माहौल में यह किताब राजनीति में दखल रखने वालों को ही नहीं, आम मतदाताओं को भी यह भान करा देगी कि जिसे वह वोट दे रहे हैं उसमें क्या खामियां और खूबियां हैं!