राजस्थान में तेज बारिश का कहर जारी, मदद के लिए सेना बुलाई गई
राजस्थान में बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। तेज बारिश के चलते छह जिलों में बाढ़ के हालत बने हुए है।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। तेज बारिश के चलते छह जिलों में बाढ़ के हालत बने हुए है। सेना और एनडीआरएफ की टीमों की मदद से पानी में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम दूसरे दिन भी जारी रहा। जोधपुर मंडल में 10 ट्रेनों का मार्ग बदलने के साथ ही छह ट्रेन गुरुवार को भी रद्द रही।
बारिश जनित हादसों में पिछले दो दिन में राज्य के विभिन्न स्थानों पर 12 लोगों की मौत होने की जानकारी सरकार ने दी है। कभी बूंद-बूंद के लिए तरसते राजस्थान के रेगिस्तानी जिलों बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर में पिछले तीन दिन से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए है।
अलवर के बानसुर में दांतली नदी के पानी में फंसे 9 लोगों को सेना के हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया। इसी क्षेत्र में पानी के अत्यधिक भराव के कारण 80 लोगों रस्सी के सहारे घरों से बाहर निकाला गया। यहां 150 के करीब मवेशी अभी भी फंसी हुई है।
अलवर के ही थानागाजी, भिवाड़ी क्षेत्र का आसपास के गांवों से सम्पर्क कट गया। कई स्थानों पर सड़के पानी के तेज बहाव में बह गई।
बनास नदी के उफान पर आने के बाद खोले गए गेट से पानी के तेज बहाव के कारण सवाई माधोपुर और करौली जिलों के कई गांवों में पानी भर गया। घर टूटने के साथ ही सामान पानी में बह गया। यहां सेना और एनडीआरएफ की टीम ने गुरूवार देर रात 217 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
आदिवासी जिले डूंगरपुर स्थित बेणेश्वर धाम में बाढ़ के हालात के कारण 25 लोग अभी भी फंसे हुए है। प्रदेश के एक अन्य आदिवासी जिले प्रतापगढ़ में बाढ़ के हालात के चलते एक दर्जन मकान गिर गए।
जोधपुर में दो हजार घरों को नुकसान पहुंचने के साथ ही पिछले दो दिन में छह लोगों की मौत हो गई। नागौर में एक तालाब में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। भीलवाड़ा, चित्तोडगढ़, कोटा और राजसमंद जिलों में बारिश के कारण पानी भरा हुआ है।