स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा लगा जैसे बजट पढ़ रही वसुंधरा राजे
स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तिरंगा फहराने के बाद भाषण को ऐसे पढ़ डाला जैसे वे विधानसभा में बजट भाषण पढ़ रही हों।
जयपुर। स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में यहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तिरंगा फहराने के बाद अब तक किए गए कामों को गिनाया और उन्हीं कामों को कैसे आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने पूरे भाषण को ऐसे पढ़ डाला जैसे वे विधानसभा में बजट भाषण पढ़ रही हों। वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह कोशिश की कि वे सभी धर्मों का जिक्र करें।
राजे ने कहा- ग्रामीण क्षेत्रों में आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य योजना भी शुरू हो गई है। एक ही छत पर आयुर्वेद, योग आैर होम्यो केंद्र एक ही छत के नीचे। 2017 तक 900 केंद्रों को बदलेंगे। प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों के भवन निर्माण होगा। अस्पतालों में अनुपयोगी उपकरणों के रखरखाव की व्यवस्था होगी। पवन और सौर ऊर्जा काे बढ़ावा दिया। इसलिए राजस्थान सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नंबर वन पर है। सोलर पंप का अधिक से अधिक उपयोग होना चाहिए। एक बार सोलर पावर लगाने से फायदा ही फायदा है। बावड़ी, तालाब का निर्माण कराने की बात की। मजबूत सड़क तंत्र विकसित किया जाएगा। ढाणियों को जोड़ने के लिए डामर सड़क का निर्माण किया जाएगा। ग्रामीण गौरव पथ के पहले चरण में 1700 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़कें बनाई गई। जयपुर में 9 से 11 नवंबर तक गोकुल एग्री टेक का आयोजन करेगा। देश के 40 हजार किसान आएंगे। बैंकों के लोग भी शामिल होंगे।
इन्हें किया सम्मानित
राष्ट्रपति का उत्तम रक्षा पदक- डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी, कलेक्टर झालावाड़- जालौर रहते हुए जान की परवाह किए बिना हेलीकॉप्टर से पानी में कूदकर चार बच्चों की जान बचाई। बाढ़ प्रभावित अन्य क्षेत्रों में भी 500 से ज्यादा लोगों की रक्षा की। उत्तम जीवन रक्षा पदक - स्व. शैतान सिंह, सालासर, वन्यजीव हिरण की रक्षा कर शिकारियों से बचाया। शिकारियों की गोली से मौत। हरीश कुमार- ट्रेन से कूदकर एक बच्ची की जान बचाई।
शहीदों को किया नमन
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अजमेर में शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। राजे सुबह शहीद स्मारक पहुंची और वहां लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने यहां शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के सभी ज्ञात व अज्ञात शहीदों को नमन किया।