वसुंधरा ने 72 लाख की घोड़ी देखी तो जता दी खरीदने की इच्छा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सोमवार को पुष्कर में थी। इन दिनों यहां मेले का आयोजन चल रहा है। दुनिया में मशहूर पुष्कर मेले में जहां एक ओर पशु मेला आयोजित होता है, वहीं दूसरी ओर देश के प्रसिद्ध ब्रम्हा मंदिर और सरोवर में पूजा अर्चना के लिए दूर-दूर से लोग आते
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सोमवार को पुष्कर में थी। इन दिनों यहां मेले का आयोजन चल रहा है। दुनिया में मशहूर पुष्कर मेले में जहां एक ओर पशु मेला आयोजित होता है, वहीं दूसरी ओर देश के प्रसिद्ध ब्रम्हा मंदिर और सरोवर में पूजा अर्चना के लिए दूर-दूर से लोग आते है। विदेशी पर्यटकों में इस मेले को लेकर हमेशा ही आकर्षण रहता है।
वसुंधरा राजे सोमवार को मेले में पहुंची तो इसी दौरान उन्हें एक ऐसी घोड़ी दिखाई गई, जिसकी बेचने के लिए कीमत 72 लाख रुपए लग चुकी है। हालांकि इसका मालिक इसकी डेढ़ करोड़ रुपए कीमत मांग रहा है। जैसे ही वसुंधरा राजे ने यह घोड़ी देखी, उन्होंने भी खरीद की इच्छा जता दी। वे बोली, घोड़ी तो चाहिए, लेकिन ऐसी नहीं। उन्हें ब्राउन घोड़ी चाहिए। इंदौर से लाई गई इस 72 लाख बोली वाली घोड़ी पद्मा को सीएम वसुंधरा राजे ने माला पहनाई, सहलाकर प्यार किया। फिर घोड़ी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की। दो दिन से पुष्कर में रुकी वसुंधरा राजे ने सोमवार को पुष्कर सरोवर की वैदिक मंत्रोचारण के बीच पूजा अर्चना की तथा ब्रम्हा मंदिर के दर्शन कर आरती उतारी।
उन्होंने पुष्कर मेले में आए पशुपालकों से उनके डेरों में पहुंच कर बातचीत कर मेले की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी भी ली।
दो दिवसीय पुष्कर प्रवास के दौरान सीएम राजे सोमवार दोपहर अपने पुश्तैनी राज घराने के ग्वालियर घाट पहुंची। वहां उन्होंने सबसे पहले पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना कर दुग्धाभिषेक किया तथा आरती उतारी। उन्हें पूजा अर्चना उनके पीहर पक्ष ग्वालियर के पुरोहित रमेश चंद्र और डीके शर्मा ने कराई। मुख्यमंत्री ने अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह में जियारत भी की।