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राजस्थान में आज से डोडा पोस्त की बिक्री बंद

राजस्थान में एक अप्रैल से डोडा पोस्त की बिक्री बंद हो जाएगी, इसके बाद किसी भी दुकान पर डोडा पोस्त नहीं मिलेगा। ऐसा केंद्र सरकार के निर्देश पर किया जा रहा है, हालांकि इस कार्रवाई का विरोध भी हो रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 01 Apr 2016 04:33 AM (IST)Updated: Fri, 01 Apr 2016 04:44 AM (IST)
राजस्थान में आज से डोडा पोस्त की बिक्री बंद

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में एक अप्रैल से डोडा पोस्त की बिक्री बंद हो जाएगी, इसके बाद किसी भी दुकान पर डोडा पोस्त नहीं मिलेगा। ऐसा केंद्र सरकार के निर्देश पर किया जा रहा है, हालांकि इस कार्रवाई का विरोध भी हो रहा है और प्रदेश के कई विधायक और कांग्रेस एवं भाजपा के नेता प्रतिबंध की समय सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। समय सीमा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर राजनेता दलीय सीमा लांघकर एकजुट हो गए।

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प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा के दो विधायक तो ऐसे है जिनके स्वंय के डोडा-पोस्त का व्यापार है। राजस्थान के चित्तौडग़ढ़, उदयपुर और प्रतापगढ़ में डोडा पोस्त की खेती होती है और प्रदेश की आबकारी नीति के तहत ही डोडा पोस्त की बिक्री और सेवन के लिए भी लाइसेंस जारी किया जाता है।

आबकारी एवं चिकित्सा विभागों के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में समय 19 हजार 296 लाइसेंसधारी डोडा पोस्त सेवन करने वाले लोग हैं और करीब दो लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिनके पास लाइसेंस नहीं है लेकिन डोडा पोस्त का सेवन करते है। केन्द्र सरकार ने इसकी बिक्री पर रोक के लिए पिछले वर्ष ही आदेश जारी कर दिए थे और इसका सेवन करने वालों के लिए नशामुक्ति शिविर लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन राज्य में पिछले वर्ष पूरे शिविर लग पाए, इस वर्ष भी निर्धारित संख्या में शिविर लगाकर लोगों को नशामुक्ति के लिए तैयार किया जा सका। राज्य के चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का कहना है कि सरकार नशा छुड़ाने के प्रयास में जुटी है, चिकित्सा विभाग की टीमें इस दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि डोडा पोस्त पर पाबंदी लगने से इसके व्यसनियों का तुरंत उपचार करने के लिए सभी अस्पतालों में व्यवस्था की गई है। इसके लिए 2.99 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

राज्य विधानसभा में केबिनेट मंत्री राजपाल सिंह ने स्वीकारा कि नया सवेरा योजना में 800 कैप लगाने थे, लेकिन दो वर्षों में करीब 600 कैंप ही लग पाए, जिनमें 60 हजार लोगों को डोडा पोस्त छुड़वाया गया।

विधानसभा में कई विधायकों ने कहा कि इस पर प्रतिबंध की समय सीमा बढ़ाई जानी चाहिए, क्योंकि हजारों लोग अभी भी इसका सेवन कर रहे हैं और प्रतिबंध के कारण इसकी कालाबाजारी और तस्करी होने लगेगी। इस पर राजपाल सिंह ने कहा कि डोडा पोस्त पर पाबंदी केन्द्र सरकार ने लगाई है, राज्य सरकार प्रतिबंध की अवधि में छूट देने का केन्द्र से आग्रह करेगी लेकिन यह फैसला केन्द्र के हाथ में ही है।


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