राजस्थान के किसानों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ
किसानों का कहना है कि यदि राज्य सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा लेना चाहती है तो हम तैयार है, लेकिन झुकेंगे नहीं।
नईदुनिया, जयपुर। किसानों की कर्ज माफी और अन्य मांगों को लेकर राजस्थान के आठ शहरों में महापड़ाव पर बैठे किसानों ने शनिवार को सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया। राजस्थान सरकार ने अभी तक किसानों को वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं किया है।
शनिवार को महापड़ाव का तीसरा दिन था, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से वार्ता को लेकर कोई पहल नहीं की गई है। सभी जगह किसान पड़ाव स्थल पर ही रात गुजार रहे हैं। सरकार की ओर से सुनवाई नहीं किए जाने से नाराज किसानों ने यज्ञ कर सरकार की सद्बुद्धि जकी कामना की।
किसानों का कहना है कि यदि राज्य सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा लेना चाहती है तो हम तैयार है, लेकिन झुकेंगे नहीं। जयपुर में किसान आंदोलन से जुडे सभी नेताओं की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सरकार के रुख को देखते हुए आंदोलन की आगे की रणनीति तैयार की गई।
सीकर में वामपंथी संगठनों से जुडे़ किसानों का पड़ाव खत्म
इस बीच, आंदोलन में एक अजीब स्थिति भी देखने में आ रही है। सीकर जिले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडे़ किसानों के अलावा वामपंथी संगठनों की ओर से भी महापड़ाव किया गया। शुक्रवार रात सीकर के जिला कलक्टर ने किसानों को वार्ता के लिए बुला लिया और उनकी अधिकांश मांगों पर सहमति व्यक्त कर महापड़ाव समाप्त करा दिया।