राजनाथ ने सीमा चौकियों का लिया जायजा, सैनिकों का बढ़ाया जोश
एक दिन पहले 3323 किलोमीटर लम्बी भारत-पाक सीमा को सील करने और बॉर्डर सिक्योरिटी ग्रिड बनाने जैसे बड़े फैसलों के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सरहद पर सैनिकों से मुलाकात की।
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। एक दिन पहले 3323 किलोमीटर लम्बी भारत-पाक सीमा को सील करने और बॉर्डर सिक्योरिटी ग्रिड बनाने जैसे बड़े फैसलों के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सरहद पर सैनिकों से मुलाकात की।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू के साथ राजस्थान में पाकिस्तान की ओर भारत के अंतिम स्टेशन मुनाबाव और शाहगढ़ बल्ज चौकी पर पहुंचे राजनाथ सिंह सैनिकों से रूबरू हुए और बीएसएफ के आला अधिकारियों के साथ बैठक की।
सैंड स्कूटर पर सवार होकर राजनाथ सिंह ने शिफ्ंिटग ड्यून्स क्षेत्र की सुरक्षाओं का जायजा भी लिया। बीएसएफ अधिकारियों ने उन्हें इस क्षेत्र में शिफ्ट होने वाले रेतीले टीलों के कारण तारबंदी के हवा में लटक जाने की समस्या से अवगत कराया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे जवान इतनी विषम परिस्थितियों में देश की सीमा की रक्षा कर रहे है,वे उनके जज्बे को सलाम करते है। उन्होंने जवानों से कहा कि सीमाओं पर जो स्थितियां चल रही है उससे आप भलीभांति वाकीफ है, मुझे पता है कि आप हर चुनौति का सामना बेहतर ढंग से करने में सक्षम है।
यह है नया एक्शन प्लान
-सीमा की निगरानी के लिए जवानों को अपग्रेड करने के साथ अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा।
-तारबंदी में करंट छोडऩे और लेजर फेंसिंग का इस्तेमाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आगे बढ़ेगा।
-यूएवी से बॉर्डर की निगरानी बढ़ाई जाएगी। शिफ्टिंग सेंड ड्यून्स की समस्या के स्थायी हल के लिए विशेषज्ञों की लेंगे मदद।
-बॉर्डर से सटे राज्यों के सुझावों को लेकर तैयार होगी नई पॉलिसी।
-सीमावर्ती इलाकों की पुलिस का आधुनिकीकरण और सरहदी इलाकों में गठित होगी इंटीग्रेटेड चैक पोस्ट।
-सरहद की निगरानी खुफिया सूचनाओं की शेयरिंग और सुरक्षा एजेंसियों में तालमेल बढ़ाने की तैयारी।