मैला ढोने वालों की पहचान कराएगी राजस्थान सरकार
मैला ढोने वालों के नियोजन एवं पुनर्वास के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर सतर्कता समितियों का गठन किया जा चुका है।
जयपुर, [जागरण संवाददाता]। राजस्थान सरकार हाथ से मैला ढोने वालों की पहचान कर उनका पुनर्वास करेगी। मैला ढोने वालों के पुनर्वास के लिए जिला स्तर पर अधिकारियों की टीम बनाई गई है। प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने बताया कि मैला ढोने की कुप्रथा समाप्त करने के लिए उनकी पहचान और पुनर्वास का काम प्रारम्भ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 1220 स्वच्छकारों की सूची तैयार कराई गई है।
इनका अनुसूचित जाति निगम से सत्यापन कराकर सहायता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि स्थानीय निकायों रेलवे स्टेशनों,अन्य सार्वजनिक स्थलों और बस स्टेंडों पर सामुदायिक शौचालय बनाने के निर्देश दिए गए है।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति निगम को स्वच्छकारों को छोटे-छोटे काम धंधे शुरू करने के लिए कर्ज दिलाने के लिए योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाथ में मैला ढोने वालों के नियोजन एवं पुनर्वास के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर सतर्कता समितियों का गठन किया जा चुका है।