तिरंगा यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने बिना हेलमेट चलाई बाइक
जयपुर में तिरंगा यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बिना हेलमेट बाइक चलाने पर नया विवाद खड़ा हो गया है।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान के विभिन्न जिलों में मंगलवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई। इनमें केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। जयपुर में तिरंगा यात्रा के दौरान केन्द्रीय सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बिना हेलमेट बाइक चलाने पर नया विवाद खड़ा हो गया है। राठौड़ ने मंगलवार सुबह जयपुर के खातीपुरा तिराहे से धानक्या तक निकली तिरंगा यात्रा को रवाना किया। इस दौरान उन्होंने खुद बाइक दौड़ाई। इसी बाइक पर राठौड़ के पीछे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी बैठे हुए थे। गोयल ने भी हेलमेट नहीं पहन रखा था। बाइक की सवारी के दौरान राठौड़ ने जोधपुरी साफा पहन रखा था, लेकिन हेलमेट नहीं लगाने पर इसे यातायात नियमों का उल्लंघन बताया जा रहा है।
बाइक रैली के दौरान भी अधिकांश कार्यकर्ता बिना हेलमेट के ही नजर आएं। इधर कोटा में तिरंगा यात्रा को यहां कोटा के हाथीखेड़ा गांव में रोक दिया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने आपत्तिजनक नारे लगाते हुए यात्रा को रोका। असल में कोटा के हाथी खेड़ा गांव से जब स्वतंत्रता दिवस पर यह यात्रा निकल रही थी, उसी दौरान एक समुदाय विशेष के कुछ लोग यहां पहुंचे और यात्रा पर आपत्ति जताने लगे।
आरोप है कि उन्होंने देश विरोधी नारे भी लगाए। इसके बाद उन्होंने यात्रा को आगे बढऩे में व्यवधान डाला। इसके बाद बवाल हो गया। लोगों ने यात्रा रोकने का विरोध किया। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर कोटा पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे। उन्होंने यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी। हालांकि कोटा एसपी इसे छोटा-मोटा मामला बता रहे हैं, लेकिन जिस तरह से वहां फोर्स तैनात की गई है, उससे स्पष्ट है कि खासा बवाल हुआ है।
कोटा सांसद ओम बिड़ला का कहना है कि देश के हर व्यक्ति का जश्न है। यात्रा रोकने वाला देशभक्त नहीं हो सकता। देश की आजादी की यात्रा है। सभी जाति-धर्म के लोग इस आजादी में शहीद हुए है।
देश में हमारे यहां जाति-धर्म के आधार पर यात्राएं नहीं निकाली जाती। तिरंगा यात्रा को रोकना बिल्कुल गलत है। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ. अर्चना शर्मा ने भी यात्रा में व्यवधान डालने की घटना को निंदनीय बताया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह विरोध या व्यवधान किन परिस्थितियों में पैदा हुए, जांच में ही सामने आएगा।