पाक की नापाक हरकतों से निपटने की बड़ी तैयारी
यदि भारत पर परमाणु हमला हो तो उससे कैसे निपटा जाए, इसे लेकर भारतीय थल सेना इन दिनों बीकानेर से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। यदि भारत पर परमाणु हमला हो तो उससे कैसे निपटा जाए, इसे लेकर भारतीय थल सेना इन दिनों बीकानेर से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है।
मथुरा स्थित सेना की पहली स्ट्राइक कोर की अगुवाई में 'ऑपरेशन शत्रुजीत' नामक युद्धाभ्यास में कोर के 40 से 50 हजार जवान न्यूक्लियर, बायोलोजिकल एवं केमिकल (एनबीसी) हमले के काल्पनिक माहौल में परमाणु हथियारों का मुकाबला करने और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने की महारथ हासिल करने में जुटे हैं। यह युद्धाभ्यास पिछले करीब डेढ़ माह से चल रहा है। अब 22 अप्रैल को इसका समापन होगा। सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग इस मौके पर मौजूद रहेंगे।
प्रतिरक्षा सूत्रों के अनुसार जयपुर स्थित सेना की दक्षिण पश्चिम कमान की मेजबान में हो रहे युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य सेनाओं के सामंजस्य को परखना और परमाणु युद्ध की स्थिति में सेना का बचाव एवं जवाब तथा थर्ड डाइर्मेशन (हवाई मार्ग) से फौजी टुकडिय़ों को युद्ध के मैदान में उतारने की महारथ हासिल करना है।
पाकिस्तान ने हाल ही साठ किलोमीटर तक मार करने वाली नश्र (हत्फ-9) जैसी कम दूरी की मिसाइलों से परमाणु हमले की क्षमता हासिल की है। इसके अलावा सब किलोटन क्षमता के छोटी दूरी पर मार करने वाले अन्य परमाणु हथियार भी बनाए है। इन 'टेक्निकल न्यूक्लियर वैपन ' (टीएनडब्ल्यू) को हाल ही अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी खतरनाक बताया था। पश्चिमी सीमा के निकट शत्रुजीत भारतीय थल सेना का दूसरा बड़ा युद्धाभ्यास है।
इसमें पहले 5 दिसंबर को बाड़मेर एवं जैसलमेर से सटी सीमा के लगभग चार सौ वर्गकिलोमीटर क्षेत्र में युद्धाभ्यास 'दृढ़ संकल्प ' भी सेना की भोपाल स्थित स्ट्राइक कोर की अगुवाई में किया गया था।