कामत का सन्यास लेना दुर्भाग्यपूर्ण : अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी गुरुदास कामत के सन्यास को लेकर कहा है कि कांग्रेस ने 40 साल तक उन पर विश्वास किया। देश-प्रदेश में पहचान दी, ऐसे में उन्हें ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी गुरुदास कामत के सन्यास को लेकर कहा है कि कांग्रेस ने 40 साल तक उन पर विश्वास किया। देश-प्रदेश में पहचान दी, ऐसे में उन्हें ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
गहलोत ने मंगलवार को उदयपुर पहुंचने पर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि कामत को जो कुछ भी कहना था, वो सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जाकर कहते। लेकिन सन्यास लेने जैसी स्थिति आनी ही नहीं चाहिए थी। अचानक इस प्रकार सन्यास की बात करने से अच्छा सन्देश नहीं जाता।
राजस्थान की चार सीटों के लिए हो रहे राज्यसभा चुनाव में बाड़ाबंदी किये जाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि भाजपा एक फासिस्ट पार्टी है, उनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है।
भाजपा का अपने लोगों पर विश्वास नहीं है, इसलिए वह बार-बार बाड़ाबंदी करती है। कभी झारखण्ड के विधायकों को तो कभी किसी अन्य राज्य के विधायकों की यहां लाकर बाड़ाबंदी करवाई जाती है। भाजपा इस प्रकार बाड़ाबंदी की राजनीति पहले से करती आयी है।