Move to Jagran APP

पति मां को साथ रखना चाहता था इसलिए पत्नी ने पेड़ से बंधवा दिया

पत्नी ने पंचायत बुला ली। पंचायत ने फैसला सुनाया कि पति को सात दिन तक पेड़ से बांधा जाए। साथ ही पत्नी उसे रोज दो चांटे मारे।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 31 May 2017 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 31 May 2017 12:35 PM (IST)
पति मां को साथ रखना चाहता था इसलिए पत्नी ने पेड़ से बंधवा दिया

जयपुर, [जेएनएन] । राजस्थान के जैसलमेर में सास-बहू के झगड़े में पति को चार दिन तक भीषण गर्मी में घर के बाहर पेड़ से बंधे रहना पड़ा। आखिर मंगलवार को पुलिस ने इस आदमी को मुक्त कराया और अस्पताल में भर्ती कराया। इसका कुसूर था कि वह अपनी मां को अपने साथ रखना चाहता था और यह पत्नी को बर्दाश्त नहीं था।

loksabha election banner

पत्नी ने पंचायत बुला ली। पंचायत ने फैसला सुनाया कि पति को सात दिन तक पेड़ से बांधा जाए। साथ ही पत्नी उसे रोज दो चांटे मारे। मीडिया में खबर आने के बाद मंगलवार को पुलिस सक्रिय हुई और पति को मुक्त कराया साथ ही पंचों के खिलाफ भी कार्रवाई की।

घटना जैसलमेर के पोकरण में भणियाणा उपखंड मुख्यालय के पास खींवसर गांव की है। यहां रहने वाले धन्नाराम का पत्नी गंगा से उसकी बूढ़ी मां की सेवा को लेकर विवाद चल रहा था। धन्नाराम बुजर्ग मां को साथ रखना चाहता है। जबकि उसकी पत्नी ऐसा नहीं चाहती। इसे लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। इसी बात को लेकर चार दिन पहले कुछ कहासुनी हुई तो पत्नी ने अपने मायके बुड़किया, देचू के पंचों और कुछ स्थानीय पंचों को बुला लिया।

पंचों ने धन्नाराम को सात दिन तक कड़ी धूप में बांधकर उसी की पत्नी को बोल दिया कि रोज दो चांटे मारना, अपने आप सुधर जाएगा। तब से धन्नाराम पेड़ से बंधा हुआ था। उसकी 70 वर्षीय मां पेड़ के नीचे बंधे अपने बेटे को खाना खिलाती और उसकी देखभाल करती रही।

पंचों ने पड़ोसियों को भी कह दिया कि जब तक हमारा हुक्म नहीं होगा तब तक इसको कोई नहीं खोलेगा। अगर कोई उनके पास जाएगा तो उनको समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा। धन्नाराम की पत्नी गंगा का कहना है कि मेरे पति और सास अक्सर मेरे साथ गाली गलौज करते रहते थे। मेरा पति कभी पत्थर भी मार दिया करता था, तब मैंने पीहर बुड़किया से यहां के लोगों की मदद से उसे पेड़ से बंधवा दिया।

  यह भी पढ़ेंः हिरण शिकार मामले में सुनवाई अब 1 जून को


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.