राजस्थान में बाढ़ के हालात, स्कूल बस नदी में गिरी, 40 बच्चें सुरक्षित निकाले गए
राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बरसात का सिलसिला जारी है। इसके कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो रहे हैं।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बरसात का सिलसिला जारी है। इसके कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो रहे हैं। अब मौसम विभाग ने भी आगामी 24 घंटों में कोटा, झालावाड़, बारां, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर, जयपुर, चित्तौडग़ढ़ और जोधपुर में भारी बारिश की आशंका जताई है।
राज्य के चार जिलों में बाढ़ के हालात बन गए, इनमें सबसे अधिक खराब हालात झालावाड़, बांरा और कोटा में है। इन जिलों में तेज बारिश के साथ ही मध्यप्रदेश से आ रहे पानी के बहाव के कारण भी हालत बिगड़ रहे है। राज्य में चंबल, पार्वती, कालिसिंध नदी उफान पर है। इसके चलते आसपास के क्षेत्र में अलर्ट घोषित किया गया है।
भीलवाड़ा जिले में हो रही भारी बारिश के कारण कुछ स्थान पर बाढ़ के हालात बन गए। हटला गांव में मेनाली नदी के तेज बहाव के बीच चार लोग फंस गए। इस पर प्रशासन ने हेलिकॉप्टर के जरिए मकान की छत पर बैठे चारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
भीलवाड़ा में सोमवार सुबह बच्चों को लेकर आ रही स्कूल बस पलकी नदी में गिर गई। हालांकि ग्रामीणों की सजगता और हिम्मत के चलते एक बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीणों ने जान पर खेलकर बस के शीशे तोड़ते हुए सभी 40 बच्चों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। तीन दिन से जारी बारिश के दौरान के कारण कोटा बैराज के 14 गेट खोले गए हैं।
कोटा बैराज से 2.32 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जर रहा है। पानी छोड़े जाने के बाद आगे के इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है।
नदी किनारे की बस्तियों को खाली करने की सलाह दी गई है। श्रीगंगानगर जिले में भी सोमवार को काफी तेज बारिश हुई।