राजस्थान के श्रम विभाग ने पूर्व राष्ट्रपति कलाम को बताया मजदूर
राजस्थान में श्रम विभाग के कर्मचारियों ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को मजदूर बना दिया, यह सुनना हैरान की बात तो हैं, लेकिन यह सत्य है और श्रम विभाग के दस्तावेजों में यह दर्ज हैं।
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। राजस्थान में श्रम विभाग के कर्मचारियों ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को मजदूर बना दिया, यह सुनना हैरान की बात तो हैं, लेकिन यह सत्य है और श्रम विभाग के दस्तावेजों में यह दर्ज हैं।
श्रम विभाग ने उन्हें राजस्थान में करौली जिले के ग्राम अगारी का निवासी बताते हुए पंजीयन कर रखा है। इतना ही नहीं, उन्हें विवाहित बताते हुए रिकॉर्ड में उनकी पत्नी का नाम सागर बाई बता दर्ज किया गया,जबकि स्व.कलाम अविवाहित थे। डॉ. कलाम की जन्म तिथि 1 जनवरी 1965 दिखा रखी है। आयु 51 वर्ष दर्ज है। उन्हें भवन निर्माण में मजदूरी करना बताया गया है। पंजीयन कार्ड में उनके द्वारा 100 घंटे काम करना भी बताया गया है। बाकायदा उनका मोबाइल नंबर भी दिया गया है, हालांकि जब इस नम्बर पर आज फोन किया गया तो यह स्वीच ऑफ है। पंजीयन में कलाम के पिता का नाम पीजे लिखा गया है। इस पर फोटो भी पूर्व राष्ट्रपति की ही है। अन्य सारी जानकारियां गलत हैं।
पूर्व राष्ट्रपति की तस्वीर होने के बावजूद इसका पंजीयन कर दिया गया। लेकिन किसी की नजर इस पर नहीं गई। श्रम विभाग में मैनेजमेंट सिस्टम की वेबसाइट पर भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया जाता है। ई-मित्र सहित अटल सेवा केन्द्रों से इनका रजिस्ट्रेशन फार्म विभाग के पास जाता है। विभाग से स्वीकृत होने के बाद ही परिचय पत्र जारी किया जाता है। आमतौर पर मजदूरों के बारे में ये जानकारी अटल सेवा केन्द्र एवं ई-मित्र कियोस्क पर ही प्राप्त की जा सकती है। मीडिया को ये जानकारी ई-मित्र के सूत्रों से प्राप्त हुई है।
उल्लेखनीय है कि डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। उनका देहावसान 27 जुलाई 2015 को हो चुका है।इसके बावजूद ऑनलाइन आ रही साइट पर उन्हें मजदूर बताकर उनकी तस्वीर लगा दी गई।