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बीएसएफ जवानों को मिलेंगे नए बुलेट प्रूफ जैकेट

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दो दिवसीय सीमा क्षेत्र के दौरे के दौरान केंद्रीय गृह सचिव और बीएसएफ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों को जल्द ही नए बुलेट प्रूफ जैकेट मुहैया करवाई जाए। ये पहले वाले जैकेट की तुलना में वजन में हल्के होंगे, जिससे जवानों के लिए सहूलियत रहे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 10 Oct 2016 04:06 AM (IST)Updated: Mon, 10 Oct 2016 04:16 AM (IST)
बीएसएफ जवानों को मिलेंगे नए बुलेट प्रूफ जैकेट

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दो दिवसीय सीमा क्षेत्र के दौरे के दौरान केंद्रीय गृह सचिव और बीएसएफ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों को जल्द ही नए बुलेट प्रूफ जैकेट मुहैया करवाई जाए। ये पहले वाले जैकेट की तुलना में वजन में हल्के होंगे, जिससे जवानों के लिए सहूलियत रहे।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बाड़मेर के मुनाबाव और जैसलमेर दौरे के दौरान जवानों को भरोसा दिलाया कि जैकेट्स की कमी की समस्या जल्द ही दूर होगी। जैसलमेर में जवानों के साथ मुलाकात के बाद बीएसएफ अधिकारियों की बैठक में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीएसएफ के जवानों और उनकी पेट्रोलिंग को सुविधाजनक बनाने के लिए कई अहम फैसले किए हैं। सीमा पर फ्लड लाइटिंग और तारबंदी के साथ समानांतर सड़क का भी निर्माण किया जाएगा। ताकि रेगिस्तानी इलाकों में पेट्रोलिंग सुविधाजनक और मजबूत हो।
गौरतलब है कि बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर से सटी सरहद पर रेतीले इलाकों में दिन-रात गश्त के दौरान जवानों को काफी मुश्किलें आती हैं। हालांकि रेगिस्तान जहाज ऊंट के बाद सेंड स्कूटर का भी इस्तेमाल शुरू हुआ है, लेकिन सड़क बनने के बाद सीमा की पहरेदारी और सुविधाजनक हो जाएगी। भारत-पाक बॉर्डर के कुछ स्थानों पर क्षतिग्रस्त तारबंदी को तत्काल दुरुस्त किया जाएगा। कैम्प सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा। बीओपी और बटालियन मुख्यालयों के चारों ओर सुरक्षा दीवार एवं रिंग बांधों के निर्माण के संबंध में सीमा सुरक्षा बल ने गृहमंत्री को प्रस्ताव सौंपा है।
गृहमंत्री ने जवानों को भरोसा दिलाया कि मंत्रालय सीमा के बुनियादी ढांचे को मजबूत और सुविधाजनक बनाने के लिए एक्शन प्लान बनाकर काम कर रहा है। बहुत ज्यादा तापमान और प्रतिकूल परिस्थितियों वाले पश्चिमी इलाके पर गृह मंत्रालय की खास नजर है। यहां जवानों के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। बाड़मेर-जैसलमेर की कुछ बीओपी पर तो पीने के पानी की भी पर्याप्त सुविधा नहीं है। राजनाथ सिंह ने भी इस पर चिंता जताई है। सभी सीमा चौकियों पर नलों से पीने के पानी की पर्याप्त आपूर्ति के लिए जल्द ही सर्वे करवा काम शुरू होगा।
पाक से सटी पश्चिमी राजस्थान की सीमा पर कई बीओपी के पास पर्याप्त टेलीफोन कनेक्टिविटी तक नहीं है। ऐसे में गृह मंत्रालय सीमा के आसपास अधिक मोबाइल टॉवर लगाने की मंजूरी देने पर विचार कर रहा है। इससे यहां मोबाइल कनेेक्टिविटी को बेहतर बनाया जा सकेगा। वहीं बीओपी में सेटेलाइट फोन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

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