मंत्रियों से नाराज वसुंधरा राजे मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगी
राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार में अब फेरबदल होगा। अपने मंत्रियों के कामकाज के तरीकों से नाराज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान मंत्रिमंडल के आधा दर्जन सदस्यों को हटाने की तैयारी कर रही है।
जयपुर नरेन्द्र शर्मा। करीब ढाई वर्ष पुरानी राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार में अब फेरबदल होगा। अपने मंत्रियों के कामकाज के तरीकों से नाराज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान मंत्रिमंडल के आधा दर्जन सदस्यों को हटाने की तैयारी कर रही है। राज्यपाल कल्याण सिंह से शनिवार को सुबह मुलाकात कर सीएम ने मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल और प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में आरएसएस से जुड़े शिक्षाविद्धों को कुलपति बनाए जाने को लेकर चर्चा की।
जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर सीएम ने पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर अनुमति ली, और हटाए जाने एवं नए बनाए जाने वाले मंत्रियों के नामों पर भाजपा के राष्टï्रीय सह संगठन महामंत्री वी. सतीश, राष्टï्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव और प्रदेश के सह प्रभारी गोपाल शेट्टी के साथ आज विचार-विमर्श किया। आरएसएस के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ भी सीएम की इस बारे में चर्चा हो चुकी है।
मंत्रियों के कामकाज के तरीकों से नाराज सीएम ने पिछले दिनों भाजपा विधायक दल की बैठक में भी सुधार की हिदायत दी थी। वहीं आज राज्य भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए सीएम ने साफ कह दिया कि अब काम करने वालों को ही सरकार में स्थान मिलेगा।
उन्होंने मंत्रियों द्वारा आम जनता एवं कार्यकर्ताओं से नहीं मिलने और अपने विभागों के कामकाज में दिलचस्पी नहीं लेने पर भी नाराजगी जताई। सीएम ने विधायकों से भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पिछले ढाई वर्षों में कराए गए कामकाज का रिपोर्ट कार्ड मांगते हुए कहा कि विधायक तबादलों के स्थान पर विकास कार्यों पर अधिक ध्यान दे।
उन्होंने पार्टी नेताओं से सरकार की ओर से किए गए कार्यों को आम जनता तक पहुंचाने का भी आह्वïान किया।
सूत्रों के मुताबिक स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, उच्च शिक्षामंत्री कालीचरण सराफ, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी,महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, राजस्व मंत्री अमराराम से नाखुश है। इन्हें हटाए जाने को लेकर सीएम ने भाजपा एवं संघ पदाधिकारियों से सहमति प्राप्त कर ली है। वहीं जातिगत एवं राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से पांच नए मंत्री बनाए जाने को लेकर निर्णय हो गया।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान वसुंधरा राजे सरकार में 13 केबिनेट और 12 राज्यमंत्री है, 5 पद अभी रिक्त है। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के लिहाज से 30 मंत्रियों की अधिकतम सीमा 30 हो सकती है। सूत्रों के अनुसार राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्तियों को लेकर राज्य संघ के पदाधिकारियों ने सीएम को एक सूची सौंपी है, इस सूची के मुताबिक अगले कुछ दिनों में कुलपतियों की नियुक्तियां होंगी।
अम्बेडकर जयंती पर राज्यभर में कार्यक्रम होंगे
जयपुर। अनुसूचित जाति वर्ग में अपनी पैठ ओर अधिक गहरी करने के लिहाज से राजस्थान भाजपा ने अब 14 अप्रेल को डॉ.भीमराव अम्बेडकर जयंती पर बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। इन कार्यक्रमों में भाजपा विधायक शामिल होंगे, वहीं राज्य सरकार की ओर से जयपुर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। राज्य भाजपा कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक में कांग्रेस के वोट बैंक अजा वर्ग को भाजपा से जोडऩे को लेकर लम्बी चर्चा हुई।
प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य के चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की ओर से पेश किए गए राजनीतिक प्रस्ताव में प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा गया कि कांग्रेस राज्य के हालात बिगाडऩे में जुटी है। वहीं आर्थिक प्रस्ताव में वसुंधरा सरकार के आर्थिक प्रबंधन की सराहना की गई। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी. सतीश, महामंत्री भूपेन्द्र यादव, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संबोधित किया।