राजस्थान के 87 निकायों में बने भाजपा के अध्यक्ष
राजस्थान के 129 निकायों के चुनाव में शुक्रवार को हुए निकाय अध्यक्षों के चुनाव में कई जगह राजनीतिक उलटफेर हुआ और भाजपा 87 व कांग्रेस 37 जगह अपने अध्यक्ष बनाने में सफल रही। चार जगह निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष बने। वहीं बीकानेर के नोखा में एनसीपी का अध्यक्ष बना। निकाय चुनाव की
जयपुर। राजस्थान के 129 निकायों के चुनाव में शुक्रवार को हुए निकाय अध्यक्षों के चुनाव में कई जगह राजनीतिक उलटफेर हुआ और भाजपा 87 व कांग्रेस 37 जगह अपने अध्यक्ष बनाने में सफल रही। चार जगह निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष बने। वहीं बीकानेर के नोखा में एनसीपी का अध्यक्ष बना।
निकाय चुनाव की मतगणना में भाजपा ने 66 और कांग्रेस ने 32 जगह स्पष्ट बढ़त हासिल की थी। शेष जगह या तो निर्दलीयों के पास बढ़त थी या दोनों दल बराबर की स्थिति में थे। शुक्रवार को निकाय अध्यक्षों के चुनाव हुए और इन चुनावों में राजनीतिक दांव-पेंच के साथ भाजपा 87 तथा कांग्रेस 37 जगह अपने अध्यक्ष बनाने में कामयाब हुई।
अजमेर, प्रतापगढ़ और करौली में लॉटरी से अध्यक्ष का चुनाव हुआ। वहीं करीब 30 जगह क्रॉस वोटिंग भी हुई। जैसे प्रतापगढ़ व दौसा में कांग्रेस के पास बढ़त थी, वहां भाजपा के अध्यक्ष बन गए। इसी तरह टोंक के निवाई में भी कांग्रेस के पास बढ़त थी, लेकिन भाजपा बोर्ड बना गई। निर्दलीयों की बढ़त वाले ज्यादातर निकायों में भाजपा अपने अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही।
लॉटरी से बना अजमेर में भाजपा का मेयर
दिन भर चले रोचक राजनीतिक ड्रामे के बाद आखिर भाजपा राजस्थान के अजमेर में अपना महापौर बनाने में सफल हो गई। यहां बहुमत के बावजूद भाजपा में बगावत हुई और चुनाव में भाजपा के अधिकृृत और बागी उम्मीदवार के बीच टाई हो गया।
लॉटरी निकालनी पड़ी और इसमें भाजपा के उम्मीदवार धर्मेंद्र गहलोत विजयी हुए। राजस्थान के दूसरे चरण के नगरीय निकाय चुनाव में अजमेर नगर निगम का मुकाबला सबसे प्रतिष्ठापूर्ण था। सरकार के दो मंत्री, एक केंद्रीय मंत्री अजमेर से आते हैं। उधर यह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का निर्वाचन क्षेत्र भी है।