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निकाय चुनाव में 76.05 फीसदी वोटिंग, शांतिपूर्ण रहा मतदान

कई जगहों पर बरसात के बीच राज्य के 129 नगरीय निकायों के लिए हो रहे चुनाव में एक दो स्थानों पर हुई घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। शाम पांच बजे तक 76.05 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2015 03:39 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2015 03:45 AM (IST)

जयपुर। कई जगहों पर बरसात के बीच राज्य के 129 नगरीय निकायों के लिए हो रहे चुनाव में एक दो स्थानों पर हुई घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। शाम पांच बजे तक 76.05 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। इसमें एक अजमेर नगर निगम, 15 नगर परिषद और 113 नगर पालिकाओं के लिए वोटिंग हुई। इनकी मतगणना 20 अगस्त को होगी। इन निकायों के 3351 वार्डों के लिए हुए चुनाव में 45 वार्ड में निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है।

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प्रदेश में ज्यादातर निकाय क्षेत्रों में अंतिम दौर तक लगभग शांतिपूर्ण मतदान हुआ। कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें भी सामने आईं तो फतेहपुर में विवाद के चलते पत्थरबाजी भी हुई। इसके कारण मतदान प्रभावित हुआ। जबकि लक्षमणगढ़ में ईवीएम खराब होने के कारण आधा घंटा मतदान रोकना पड़ा। एक मतदान कर्मी को निलंबित कर दिया गया।

नागौर में वार्ड 42 के एक मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान की शिकायत पर तनाव की स्थिति बनी है। हालांकि इससे मतदान की प्रक्रिया पर असर नहीं पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी और एक निर्दलीय प्रत्याशी के बीच फर्जी मतदान को लेकर तनातनी हुई।

पक्षपात का आरोप भी

उदयपुरवाटी नगर पालिका के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय न्यू उदयपुरवाटी के मतदान केन्द्र में दोपहर को जब मतदान किया जा रहा था, एक प्रत्याशी के समर्थक ने गुढ़ागौडज़ी के माध्यमिक विद्यालय के व्याख्याता व पीठासीन अधिकारी (पीओ) राकेश वर्मा पर मतदान में पक्षपात का आरोप लगाते हुए विरोध जताना शुरू कर दिया। इस पर कुछ देर के लिए मतदान प्रक्रिया बाधित हुई। सूचना पाकर रिटर्निंग अधिकारी मुनीराम बगडिया मतदान केन्द्र पहुंचे और पीओ को प्रारंभिक जांच के आधार पर दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया।

इसके अलावा फतेहपुर के वार्ड 29 में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े के चलते मतदान प्रक्रिया रोक दी गई थी। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से समझाइश करीब साढ़े 12 बजे मतदान पुन: शुरू करवा दिया। यहां पर मतदान करीब 45 मिनट से बंद रहा।

फर्जी मतदान की शिकायत

चिड़ावा के मतदान केन्द्र 14 पर फर्जी मतदान को लेकर माहौल गरमा गया। नेहरू बाल मंदिर मतदान केन्द्र पर एक महिला वोट देने आई तो किसी एक प्रत्याशी के एजेंट ने फर्जी मतदान की आशंका जताई। महिला वोट देने पर अड़ी रही। बाद में मतदान दलों की समझाइश से मामला शांत हो गया। इसी तरह चिड़ावा के वार्ड दो के मतदान केन्द्र पर भी फर्जी मतदान को लेकर दो प्रत्याशियों के समर्थकों में झड़प हुई।

ऐसी ही स्थिति लोसल के मतदान केन्द्र चार पर भी रही। लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका के वार्ड 22 में ईवीएम खराब होने से करीब आधा घंटे तक मतदान रोकना पड़ा। ऐसी समस्या सुबह श्रीमाधोपुर नगर पालिका के एक वार्ड में भी आई थी।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सत्तारूढ़ भाजपा 2013 के विधानसभा चुनाव, 2014 के लोकसभा चुनाव और जनवरी में हुए निकाय चुनाव में मिली जीत का क्रम जारी रखना चाहेगी। जीत सुनिश्चित करने को भाजपा ने अपने विधायकों को संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में भेजा। वहीं प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस भी 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद खुद को खड़ा करने का जी तोड़ प्रयास कर रही है। पिछले निकाय चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है।

नए कानून के तहत राज्य में यह पहला चुनाव है जिसमें प्रत्याशी को 10वीं कक्षा की अनिवार्यता के साथ ही नामांकन के साथ ही यह शपथ पत्र देना अनिवार्य किया गया कि उसके परिवार का कोई भी सदस्य खुले में शौच नहीं जाता। राजस्थान सरकार ने हाल ही इस संबंध में एक अध्यादेश जारी किया था।

10582 प्रत्याशी मैदान में

इन चुनावों के लिए 10582 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें भाजपा के 1889 पुरुष और 1135 महिला, कांग्रेस के 1819 और 1113 महिला, बसपा के 63 पुरुष और 31 महिला, सीपीआई के 12 पुरुष और 11 महिला, सीपीआई एम के 24 पुरुष और 9 महिला, एनसीपी के 25 पुरुष और 12 महिला व निर्दलीय 3057 पुरुष और 1382 महिलाएं शामिल हैं।

मतदान ईवीएम से

मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से हुआ। इन चुनावों के लिए पहले 4302 मतदान केंद्र प्रस्तावित थे, लेकिन बाद में मतदाता सूचियों के अनुसार 47 केंद्र और स्थापित किए गए और उपचुनाव के लिए 6 मतदान केंद्र अलग से हैं।

27,700 पुलिस बल तैनात

सुरक्षा के लिए 27,700 पुलिस बल तैनात किया गया है और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए हर 10-11 मतदान केंद्रों पर एक-एक जोनल मजिस्ट्रेट और एरिया मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। इस चुनाव के दौरान घटनाओं की व्यापक, निष्पक्ष और सारगर्भित जानकारी जुटाने के लिए वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।


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