संस्कारों और मूल्यों को पुनर्जीवित करने की जरूरत: संघ
जागरण संवाददाता, जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आत्म विस्मृति और
जागरण संवाददाता, जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आत्म विस्मृति और आत्महीनता की
स्थिति से ¨हदू समाज को निकालने के लिए अपने संस्कारों और मूल्यों को पुनर्जीवित करना होगा।
भागवत ने कहा कि ¨हदू समाज की दुर्बलता एवं निंद्रा के कारण देश में ऐसे लोग आगे बढ़ रहे हैं, जिन्हें देश, समाज और संस्कृति की अनुभूति नहीं है। वह मंगलवार को जयपुर में आरएसएस की ओर से आयोजित संत समागम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमारा देश संतों की वाणी को परंपरा से ही सत्य मानने वाला देश रहा है। संत अपनी तपस्या की शक्ति से ¨हदू समाज को एकत्रित कर उसे जागृत कर सकते है।
भागवत ने संत समागम की प्रस्तावना में कहा कि कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में समरसता और परावर्तन के माध्यम से भारत को विश्वगुरु एवं परम वैभव के शिखर पर ले जाने के मार्ग पर चिंतन किया जाएगा।
मदर टेरेसा महान थीं, उन्हें बख्श दें : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के मदर टेरेसा को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह एक महान इंसान थीं और उन्हें बख्श दिया जाना चाहिए। केजरीवाल ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'मैंने कुछ महीने कोलकाता स्थित निर्मल हृदय आश्रम में मदर टेरेसा के साथ काम किया है। वह महान इंसान थीं, उन्हें बख्श दिया जाए।
गौरतलब है कि भागवत ने सोमवार को राजस्थान के भरतपुर में एक गैर सरकारी संगठन के कार्यक्रम के दौरान कहा था कि मदर टेरेसा के गरीबों के लिए किए जाने वाले काम का लक्ष्य उनका धर्मातरण करना था। इस विवादित बयान के बाद आरएसएस का कहना है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।