पाकिस्तान से आई शाही बारात
भारत और पाकिस्तान की सरहद पर चाहे माहौल गर्माता रहा है, लेकिन दोनों देशों के आवाम के बीच आज भी दिलों के रिश्ते हैं। इसका उदाहरण शुक्रवार को जयपुर के कानोता ठिकाने में हुए शाही विवाह समारोह में देखने को मिला।
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। भारत और पाकिस्तान की सरहद पर चाहे माहौल गर्माता रहा है, लेकिन दोनों देशों के आवाम के बीच आज भी दिलों के रिश्ते हैं। इसका उदाहरण शुक्रवार को जयपुर के कानोता ठिकाने में हुए शाही विवाह समारोह में देखने को मिला।
यह विवाह था पाकिस्तान में अमरकोट रियासत के पूर्व राजघराने के राणा हमीर सिंह के बेटे कुंवर करणी सिंह और कानोता की पद्मिनी कुमारी का। इसके लिए पाकिस्तान से आई बारात गुरुवार रात को कानोता पहुंची थी। ग्राम पंचायत कानोता के सरंपच की अगुवाई में पूरे गांव ने बारातियों का स्वागत किया।
120 सदस्यीय इस बारात में उत्तर प्रदेश की बलरामपुर, आवागढ़ और मैसूर रियासत सहित अन्य पूर्व राजघरानों के लोग एवं राजनेता शामिल हैं।
गौरतलब है कि राणा हमीर सिंह पाकिस्तान में सांसद रहे और बेनेजीर भुट्टो के काफी निकट रहे है। सीमा पार से आई बारात को लेकर जयपुर में उत्साह का माहौल है।
इस विवाह में कई विदेशी मेहमान भी शरीक हो रहे हैं, जिनमें कई पाकिस्तानी राजनीति के बड़े चेहरे व चर्चित लोग भी है। इसके अलावा हिंदुस्तान के कई रजवाड़े व राजनीतिक चेहरे इस शादी के गवाह बने। ये लोग करीब एक माह के वीजा पर जयपुर आए है। शादी के बाद ये जयपुर में होली तक रहेंगे।
पाक में देखते हैं भारत के न्यूज चैनल
भारत में चाहे पाकिस्तान के न्यूज चैनल को घरों में लोग नहीं देखते हों, लेकिन भारतीय न्यूज चैनल्स और न्यूज पोर्टल्स का लोगों में काफी क्रेज है। इन चैनलों के जरिए लोग भारत की खबरों से वाकिफ होते रहते हैं। जयपुर में कानोता ठिकाने के ठाकुर मानसिंह की बेटी पद्मिनी राठौड़ व पाकिस्तान के अमरकोट रियासत के राणा हमीर सिंह सोढ़ा के बेटे करणी सिंह की शादी में शरीक होने आए अशफाक ने भारत और पाक मीडिया की कार्यशैली पर चर्चा के दौरान पत्रकारों से ये बातें कहीं।