सिनेमा की अमरता पर आधारित होगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार सिनेमा की अमरता और भारतीय सिनेमा की बदलती
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार सिनेमा की अमरता और भारतीय सिनेमा की बदलती तस्वीर केन्द्र में होगी। 21 वे 25 जनवरी तक चलने वाले जेएलएफ में फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपनी आत्मकथा 'एंड देन वनडे' पर प्रतिष्ठित अभिनेता नाटककार गिरीश कर्नाड के साथ बातचीत करेंगे।
बॉलीवुड की मशहूर और वरिष्ठ अभिनेत्री वहीदा रहमान उनकी आत्मकथा के लेखक और फिल्मों के इतिहासकार नसरीन मुन्नी कबीर और लेखक और पौराणिक विशेषज्ञ अर्शिया सत्तार के साथ चर्चा करेंगी। अभिनेत्री शबाना आजमी अपने पिता और उर्दू के शायर कैफी आजमी की लिखी कविताओं का पाठ करेगी।
काव्यात्मक अंदाज में बॉलीवुड फ्लेवर देते हुए प्रतिष्ठित कवि, गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर साहित्य प्रेमियों को फिल्मी गानों की उर्दू, हिंदी और हिंदुस्तानी परंपराओं में आपसी सम्बन्धों की भावनाओं, काव्यात्मकता, अभिव्यक्तिओं की खोज की यात्रा पर ले जाएंगे। फिल्म हैदर के निर्देशक विशाल भारद्वाज पत्रकार,लेखकर और पटकथा लेखक बशारत पीर टीम के साथ चर्चा करेंगे।
जेएलएफ के इस संस्करण का सबसे बड़ा आकर्षण नोबेल पुरस्कार विजेता सर वी.एस. नायपॉल और अमेरिका के मशहूर यात्रा वृतांत लेखक पॉल थरू का साथ आना है। नायपॉल 'द राइटर एंड द वर्ल्ड' सत्र में फारूख ढोंढी के साथ हिस्सा लेंगे, जबकि पॉल थरू 'ए हाउस फॉर मिस्टर बिस्वास' सत्र में हनीफ कुरैशी और अमित चौधरी के साथ हिस्सा लेंगे। 'माई अदर लाइफ : ए नॉवलिस्ट अफेयर विद नॉन फिक्शन' एकल सत्र में पॉल थरू लेखन शैली बदलने के बारे में बात करेंगे।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चल रही समस्याओं को देखते हुए 'ए रिवोल्यूशन इज ब्रूइंग' सत्र के तहत संगीता बंदोपाध्याय, सी मृणालिनी, सुकृता पॉल कुमार और मालीश्री लाल इस मुद्दे पर चर्चा करेंगी। इसके अतिरिक्त भोपाल गैस त्रासदी के तीन दशक गुजरने के बावजूद अधूरे संकल्प पर 'टॉक्सिक लीगेसी' सत्र में जेवियर मोरो, सलिल त्रिपाठी और जॉन इलियट चर्चा करेंगे।