राजस्थान को 55 बीघा जमीन देगा गुजरात
जयपुर, [नरेंद्र शर्मा]। गुजरात ने दो गांवों की 55 बीघा जमीन राजस्थान को देने पर अनापत्ति दे दी है। र
जयपुर, [नरेंद्र शर्मा]। गुजरात ने दो गांवों की 55 बीघा जमीन राजस्थान को देने पर अनापत्ति दे दी है। राजस्थान सरकार की मंजूरी के बाद उदयपुर जिले की कोटड़ा तहसील के गांधीशरण और नयावास गांवों की इस जमीन का सर्वे किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सीमावर्ती कोटड़ा, खेरवाड़ा और झाड़ोल तहसीलों के सात और गांवों की एक हजार बीघा से अधिक जमीन अब भी विवादित है।
दोनों राज्यों के बीच इन सात गांवों की जमीनों में आधी वन विभाग की होने का मुख्य मुद्दा है। कुछ जमीन राजस्थान में बिलानाम, गुजरात में श्री सरकार और दोनों जगह खोतदारी दर्ज होने से विवादित है। अब निचले स्तर पर यह भी तय किया जा रहा है कि जहां जिस राज्य के खाते में सरकारी जमीन बोल रही है और खातेदारी है, वह जमीन खातेदार को दे दी जाए। हालांकि इसका निर्णय उच्चाधिकारियों के स्तर पर हो सकेगा।
उदयपुर और गुजरात के हिम्मतनगर और बनासकांठा जिला प्रशासन के अधिकारी इस विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। गांधीशरण और नयावास की 55 बीघा जमीन 'नो मेंस लैंड' की परिभाषा में आने से दोनों राज्यों के राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं पाई गई। गुजरात के खेड़ब्रह्मा में एक दिन पहले ही उदयपुर के गोगुंदा-कोटड़ा उपखंड अधिकारी एसएन आचार्य, तहसीलदार, सर्वेयर और खेड़ब्रह्मा उपखंड अधिकारी और अन्य अधिकारियों की संयुक्त बैठक में गांधीशरण तथा नयावास गांवों की 55 बीघा जमीन राजस्थान में शामिल करने का निर्णय किया गया। दोनों राज्यों के अधिकारियों ने संयुक्त सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
उदयपुर जिला कलेक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने बताया कि सीमा विवाद की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। जल्द ही उच्च स्तर तक ले जाकर मामले का निस्तारण किया जाएगा।