वसुंधरा मंत्रिमंडल का विस्तार, 14 नए मंत्री शामिल
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। करीब 10 माह के इंतजार के बाद अंतत: सोमवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। करीब 10 माह के इंतजार के बाद अंतत: सोमवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना मंत्रिमंडल विस्तार करते हुए 14 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है। एक अन्य विधायक को भी मंत्री बनाया जाना था, लेकिन वे समय पर राजभवन नहीं पहुंच सकें। हालांकि उन्हें लेने के लिए उनके गांव हेलीकॉप्टर भेजा गया था। राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन में सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सबसे पहले 4 कैबिनेट मंत्रियों के रूप में सुरेन्द्र गोयल, डॉ. रामप्रताप, राजपाल शेखावत और किरण माहेश्वरी ने शपथ ग्रहण की इस अवसर पर 4 विधायक पुष्पेन्द्र सिंह राणावत, बाबुलाल वर्मा, अर्जुन लाल गर्ग, और ओटाराम देवासी को राज्यमंत्री और 6 विधायक अमराराम चौधरी, कृष्णेन्द्र कौर , वासुदेव देवनानी, राजकुमार रिणवा, सुरेन्द्र पाल टीटी, एवं अनिता भदेल ने मंत्री पद की शपथ ली।
उल्लेखनीय है कि राजभवन में शपथ समारोह से ठीक पहले इन सभी विधायकों के नामों से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने भाजपा मुख्यालय से पर्दा उठाया था। हालांकि, वरिष्ठ भाजपा नेता घनश्याम तिवाड़ी और नरपत सिंह राजवी के नामों पर लगाए जा रहे कयासों पर भी विराम लग गया। मंत्रियों की प्रस्तावित सूची में इनके नाम शामिल नहीं थे। दोनों ही वसुंधरा के विरोधी माने जाते है।
इसलिए था जरूरी
जल संसाधन मंत्री सांवरलाल जाट मई में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके है। इस्तीफे के छह महीने तक ही वे मंत्री बने रह सकते हैं। यह मियाद अगले महीने हो रही है जाट के मंत्री पद से हटने पर मंत्रिमंडल की संख्या 11 रह जाती। नियमों के अनुसार न्यूनतम संख्या 12 रहनी जरूरी है। इसलिए विस्तार आवश्यक था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास करीब 45 विभागों का प्रभार है। इसको लेकर सरकार विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर थी।