लघु उद्योगों के लिए 15 दिन में मिलेगी क्लियरेंस : कलराज
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी का कहना है कि जिन क्षेत्रों में लघु और कुटीर उद्योग काम कर रहे है, उन क्षेत्रों में बड़े उद्योगों को काम करने की स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुटीर एवं लघु उद्योगों के उत्पादन में विविधता होती है, वहीं बड़ी कम्पनियां एक ही तरह का उत्पादन करती है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जूता, हैंडिक्राफ्ट, कपड़ा सहित कई क्षेत्रों में कुटीर उद्योग काम कर रहे है उन्हें प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। वे शनिवार को जयपुर में लघु उद्योग भारती के कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय लघु, मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि केन्द्र सरकार सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए नीति बना रही है। इस नीति में इनके संरक्षण का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि देशभर के एमएसएमई सेक्टर के लिए सभी सरकारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन हो जाएंगी। यह काम तुरंत होने वाले हैं। इसके बाद किसी भी उद्यमी को अपनी यूनिट लगाने के लिए किसी भी प्रकार की क्लियरेंस लेने में केवल 15 दिन ही लगेंगे। इसमें सभी प्रकार के विभागों की क्लियरेंस शामिल है। लघु उद्योगों को देशभर में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।