राजस्थान में गुर्जर समाज फिर आंदोलन की राह पर
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान का गुर्जर समाज एक बार फिर आंदोलन की तैयारी कर रहा है। आठ वर्ष पहले हुए हिंसक गुर्जर आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में सात दर्जन लोग मारे गए थे। गुर्जर समाज ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी है कि एसबीसी में शामिल जातियों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने का वादा 15 अगस्त तक पूरा नहीं किया तो आंदोलन शुरू होगा।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक किरोड़ीसिंह बैंसला का कहना है कि गुर्जर समाज का आंदोलन शांतिपूर्वक होगा या अशांतिपूर्वक, इसका निर्णय समाज करेगा। आरक्षण मामले में सरकार वादाखिलाफी कर रही है। सरकार के वकील ढंग से पैरवी नहीं कर रहे हैं, जबकि समाज ने आठ गुर्जर विधायकों को जिताकर भेजा है।
बैंसला ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधानसभा चुनाव से पूर्व सुराज संकल्प यात्रा के दौरान एसबीसी को 5 प्रतिशत आरक्षण दिलाने सहित अनेक सुविधाएं दिलाने का वादा किया था, लेकिन वादा पूरा होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही। सरकार एसबीसी के एक प्रतिशत आरक्षण को भी ढंग से सही अनुपात में लागू नहीं कर पा रही। इसका नतीजा यह हो रहा है कि भर्तियों में जितने पद मिलने चाहिए, उसके अनुपात में नहीं मिल रहे।
उन्होंने देवनारायण योजना का बजट 2 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ाने, एसबीसी का स्थायी पैकेज एसटी के अनुरूप करने, जेलों में बंद गुर्जर समाज के लोगों की रिहाई सहित कई मांगों को जल्द पूरा करने के लिए कहा। इसके अलावा 2008 में पारित किए आरक्षण विधेयक को संविधान की 9वीं अनुसूची में डलवाने के प्रयास किए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि करीब आठ वर्ष पहले राज्य में गुर्जर आरक्षण को लेकर हुए हिंसक आंदोलन और पुलिस फायरिंग में सात दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे और बड़ी मात्रा में सरकारी सम्पति को नुकसान हुआ था।