सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने में गलत क्या : ज्याणी
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। राज्य में सरकारी डाॅक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक के बावजूद उन्हाेंने कहा है कि सरकारी डाॅक्टरों प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं तो इसमें गनत क्या है। सभी नियम तोड़ते हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने एक बार फिर विवादित बयान देकर विपक्षी दलों को घेरने का मौका दे दिया है। वीरवार को उन्होंने सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस को सही करार दे दिया। उन्हाेंने कहा, अगर सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं तो इसमें क्या गलत है। हर कोई कानून तोड़ता है, यह कोई नई बात नहीं है। आप लोग भी कौन-सा हेलमेट पहनकर व सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाते हो।
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स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत ज्याणी ने दिया एक और विवादित बयान
ज्याणी ने कहा, अगर मरीज सरकारी डॉक्टर के घर पर जाकर दिखाना चाहता है, तो किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। हालांकि जब ज्याणी से सीधे तौर पूछा गया कि क्या वह सरकारी डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस की इजाजत दे रहे हैं, तो उन्होंने स्पष्ट जबाव नहीं दिया। ज्याणी यहां भाजपा के किसान विंग के राष्ट्रीय नेता सतवंत सिंह पूनिया के घर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कहा- सभी तोड़ते हैं कानून, अगर मरीज सरकारी डाक्टर के घर पर दिखाना , तो क्या तकलीफ
हालांकि ज्याणी लने आगे कहा कि सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस मामले में अगर लोग शिकायत करें तो तुरंत कार्रवाई होगी। ज्याणी ने कहा कि राज्य में कैंसर व नशे का बेवजह प्रचार हो रहा है जबकि देश के अन्य कई राज्यों में यह समस्या कहीं अधिक है। राज्य में कैंसर बढ़ने के लिए उन्होंने सिंथेटिक स्प्रे को जिम्मेवार ठहराया।
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बयान बेहद गैरजिम्मेदाराना : सिंगला
उधर, आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विजयइंदर सिंगला ने सेहत मंत्री सुरजीत ज्याणी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि ज्याणी का बयान बेहद गैर जिम्मेदाराना है। ज्याणी राज्य सरकार का हिस्सा हैं। उन्हें सरकारी अस्पतालों में पुख्ता इलाज के प्रबंध करने चाहिए, न कि ऐसे बयान देने चाहिए। प्राइवेट अस्पताल में महंगा इलाज हो रहा है। ऐसे में यदि सरकारी डॉक्टर भी ऐसा ही करेंगे, तो गरीब मरीज इलाज के लिए कहां जाए?