बड़ा नटखट है माखन चोर : मुक्ता भारती
संवाद सहयोगी, अहमदगढ़ (संगरूर) : अग्रवाल धर्मशाला में श्री शुकदेव जंयती के उपलक्ष्य में महामंडल
संवाद सहयोगी, अहमदगढ़ (संगरूर) : अग्रवाल धर्मशाला में श्री शुकदेव जंयती के उपलक्ष्य में महामंडलेश्वर स्वामी वेद भारती महाराज की शिष्य स्वामी मुक्ता भारती ने श्रीमद्भागवत कथा की अमृतवाणी की वर्षा की। कथा में मुक्ता भारती ने माखन चोरी लीला का रहस्य उजागर करते हुए बताया कि भगवान श्री कृष्ण ब्रजमण्डल में माखन चुराने उस गोपी के घर पहुंचते हैं, जो गोपी सबसे ज्यादा माखन इकट्ठा करके मटको में भर कर रखती है। गांव सें सारा माखन महानगर मथुरा में चला जाता है। ग्वाल बाल माखन से वंचित रहते है, जो सुबह से शाम तक गाय चराते है। थके हारे घर लौटते है। फिर उन्हें भर पेट माखन खाने को नही मिलता। दरअसल गोपियों को सीख देने की लीला है, माखन चोरी लीला। जहां ज्यादा माखन जमा होता है, उसी गोपी के घर श्री कृष्ण ग्वाल बालों के साथ धावा बोल देते है। हमें परस्पर मिलकर प्रत्येक वस्तु का बराबर मात्रा में उपभोग करना चाहिए। अकेले ज्यादा मात्रा में उपभोग करना चोरी है। कुछ धन की चोरी करते है। उसे काला धन कहते है। इस अवसर पर ओमदत्त शास्त्री, राजेश कुमार शास्त्री, दिनेश कुमार शास्त्री, पार्षद विमल शर्मा, जगजीत जंजी, विजय टंड, हरीश घई, पार्षद भोजराज शर्मा, ¨बदर भाई आदि हाजिर थे।