पार्टियों के मुद्दे एवं सिद्धांत जानने में जुटे वोटर
जागरण संवाददाता, रूपनगर: मतदान निकट आ रहे हैं। हर जुबान पर यही सवाल है कि कौन जीतेगा
जागरण संवाददाता, रूपनगर:
मतदान निकट आ रहे हैं। हर जुबान पर यही सवाल है कि कौन जीतेगा। कौन सी पार्टी सरकार बनाएगी। यह सवाल करने वाले खुद ही जवाब देने के लिए सक्षम हैं लेकिन इन सबके बावजूद एक दूसरे से राय जानकर मतदाता अपनी राय बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस बार परंपरागत पार्टियों के अलावा भी कुछ पार्टियां हैं जो इस बार चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रही हैं और वोटर ये जानना चाहता है कि नई पार्टियां किन मुद्दों तथा किन सिद्धांतों पर काम करने में जुटी हैं। ताकि पार्टियों के उद्देश्यों को वो जान सकें।
अपील------------
एक- एक वोट कीमती : गुप्ता
कभी भी ये सोचकर कि मेरी एक वोट से क्या होगा, वोट डालने से गुरेज नहीं करना चाहिए। एक-एक वोट न सिर्फ उम्मीदवारों के भाग्य का बल्कि मतदाताओं के भविष्य का फैसला करती है। वोट का अधिकार लोकतांत्रिक ढांचे का अभिन्न अंग है। हम विधानसभा के जरिये राज्य और लोकसभा के जरिये देश की केंद्र सरकार का गठन करते हैं जो हमें प्रशासनिक व्यवस्था देती हैं। अगर हम अच्छी सरकार बनाएंगे तो हमें अच्छा प्रशासनिक ढांचा और अन्य सुविधाए मिलेंगी।
पंकज गुप्ता, मालिक मेडिकल स्टोर रूपनगर
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वोटर चुप, फोटो-38-40
ईवीएम पर बताएंगे मन की बात: सोनू
मैं किसी पार्टी विशेष या उम्मीदवार का विरोध नहीं करता। पर लोग आजकल बहुत सयाने हो गए हैं। न तो वोटर अपने मन की बात किसी को बताता है न ही ये आभास होने देता है कि वो किस उम्मीदवार के साथ जाएगा। मेरा मानना है कि वोटर को हमेशा अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करना चाहिए। जो भी हो मैं अपने दोस्तों को भी अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करूंगा।
संदीप सूद सोनू, दुकानदार रूपनगर
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रोजगार मिले, महंगाई कम हो: सुरेश
चुनाव इसलिए आता है ताकि लोग अपनी मर्जी की सरकार बनाएं। सरकार को चाहिए कि वो जनता की उम्मीदों पर खरी उतरे। रोजगार के साधन उपलब्ध करवाए जाएं तथा महंगाई को रोकने के लिए प्रयास किए जाएं। पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई सरकार इन जरूरी बातों पर ध्यान दे। केवल दावे किए जाते हैं जो लोगों को अब रास नहीं आ रहे।
सुरेश कुमार, दुकानदार, रूपनगर
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बदलता चुनाव तब उम्मीदवार की छवि अहम थी: धर्मपाल फोटो-41
प्रचार के तरीके बदल गए हैं। तब नेता हो या वर्कर सभी दीवारों पर पेंट के जरिये प्रचार सामग्री लिखते थे। आज जमाना बदल गया है। पोस्टर वो भी रंग बिरंगे बनवाए जाते हैं और उन्हें चिपका दिया जाता है। अब तो सोशल मीडिया इतना सरगर्म है कि कोई भी छोटी से छोटी बात तक लोगों तक पहुंच जाती है और तो और उम्मीदवारों के बारे में तो सोशल मीडिया यूं खिल्ली उड़ाता है जैसे उम्मीदवार नेता न होकर अपराधी हैं। रही सही कसर चुनावी प्रचार के भ्रष्ट तरीकों ने पूरी कर दी है। अब हरेक उम्मीदवार तब तक अपनी जीत पक्की नहीं समझता जब तक वो वोटरों को कोई लालच न दे। पहले ऐसा नहीं था। लोग उम्मीदवार की छवि को तवज्जो देते थे।
धर्मपाल शर्मा, रिटायर्ड अकाउंटेंट, नगर सुधार सभा रूपनगर
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फर्स्ट वोटर फोटो-42
जरूर करें सभी मतदान: आकाश जैन
मैं और मेरे दोस्त अपने सर्कल में एक ही बात का प्रचार कर रहे हैं कि वोट के अधिकार का इस्तेमाल अवश्य करें। मैं विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करूंगा इसलिए मैं बेहद उत्साहित हूं। महिला हो या पुरुष उन्हें मतदान के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। वोट के अधिकार का इस्तेमाल करके मैं इस बार भारतीय नागरिक होने का अहसास करूंगा।
आकाश जैन, स्टूडेंट, रूपनगर