लोकल को छोड़ युवा ढिल्लों पर जताया कांग्रेस ने विश्वास
13आरपीआर-42 तेतीस साल के ब¨रदर ढिल्लों को मिली कांग्रेस की टिकट चन्नी की दिलाई शपथ क
13आरपीआर-42
तेतीस साल के ब¨रदर ढिल्लों को मिली कांग्रेस की टिकट
चन्नी की दिलाई शपथ का क्या होगा
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अजय अग्निहोत्री, रूपनगर
स्थानीय नेताओं को दरकिनार करके कांग्रेस हाईकमान ने यूनिवर्सिटी की राजनीति से कैरियर शुरू करने वाले ब¨रदर ¨सह ढिल्लों को रूपनगर विधानसभा से टिकट देकर भरोसा जताया है। ब¨रदर ¨सह ढिल्लों मात्र तेतीस साल के हैं और प्रोफेशन एक नहीं बल्कि तीन हैं। इवेंट मैनेजमेंट के अलावा चंडीगढ़ में रेस्टोरेंट है और खुद किसान हैं। पिता पंजाब एंड सिध बैंक आनंदपुर साहिब में दस साल नौकरी कर चुके हैं और बतौर मैनेजर रिटायर हो चुके हैं। ढिल्लों के दादा गुरदयाल ¨सह ढिल्लों श्री दशमेश अकादमी के फाउंडर डायरेक्टर थे। उधर, ढिल्लों के सन इंकलेव रूपनगर में घर में टिकट मिलने के बाद युवाओं का बधाईयां देने के लिए तांता लग गया तथा बधाईयों के लिए आ रहे फोन के कारण मोबाइल भी लगातार बिजी रहा। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक टिकट के दावेदारों के पैनल में पांच नाम थे। जिसमें सुख¨वदर ¨सह विस्की, विजय शर्मा ¨टकू का नाम भी था।
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बेरोजगारी खत्म करना और किसानों के उजाड़े को रोकने के लिए करूंगा काम: ढिल्लों
ढिल्लों ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि इलाके में बेरोजगारी खत्म करने, नूरपुरबेदी इलाके में इंडस्ट्री लाने, जंगली जानवरों से होने वाले उजाड़ने को रोकने के लिए योजना लागू करवाने, नूरपुरबेदी इलाके तकनीकी शिक्षा का कालेज लाना और नशे के कारोबार पर नकेल कसना प्राथमिकताओं में रहेगा। विकास के रुके कार्य पूरे करवाए जाएंगे। यही उनका चुनावी एजेंडा रहेगा। ढिल्लों ने कहा कि उनका जन्म आनंदपुर साहिब में हुआ और यहां बचपन भी गुजारा।
पहली बार चुनावी दंगल में
ढिल्लों विधानसभा के चुनावी दंगल में पहली बार है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की राजनीति से करियर की शुरूआत की। दो बार सोपू के प्रधान बने और एक बार चेयरमैन। एनएसयूआइ के नेशनल कोआर्डिनेटर मनोनीत हुए। ढिल्लों ग्यारह अक्टूबर 2012 में एनएसयूआइ में कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में शामिल हुए थे।
ढिल्लों को स्थानीय नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि टिकट के दावेदारों में इक्कीस नेता थे और पंद्रह नेताओं ने विपक्ष के नेता चरनजीत ¨सह चन्नी की अगुवाई में नूरपुरबेदी के पीर बाबा ¨जदा शहीद के स्थान पर एकजुट रहने तथा बाहरी का विरोध करने की शपथ खाई थी। अभी तक किसी भी नेता ने इसका विरोध का एलान नहीं किया है।
चन्नी से करेंगे बात: डॉ.शर्मा
कांग्रेस हाईकमान ने बाहरी को टिकट दी है। लेकिन मैं कांग्रेसी हूं और कोई फैसला अभी नहीं लिया गया है। एक दो दिन में अपना स्टैंड स्पष्ट करेंगे। अभी विपक्ष नेता चरनजीत ¨सह चन्नी से बात की जाएगी जिन्होंने पंद्रह दावेदारों को नूरपुरबेदी में पीर बाबा ¨जदा स्थान पर एकजुट रहने तथा बाहरी का विरोध करने की शपथ दिलाई थी।
डॉ.रमेश दत्त शर्मा, दावेदार एवं पूर्व राज्यमंत्री