रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का अभाव
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर जिले के अंतर्गत रूपनगर, घनौली, भरतगढ़, कीरतपुर साहिब, आनंदपुर
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर
जिले के अंतर्गत रूपनगर, घनौली, भरतगढ़, कीरतपुर साहिब, आनंदपुर साहिब तथा नंगल डैम रेलवे स्टेशन पड़ते हैं जिनमें से मात्र घनौली व भरतगढ़ को छोड़ शेष सभी स्टेशन अति व्यस्त श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा रूपनगर व नंगल डैम को छोड़ शेष सभी प्लेटफार्मों की लंबाई भी गाड़ियों की लंबाई की तुलना में कम है जिससे लोगों को परेशान होना पड़ता है।
गड़ियों में रहती है भारी भीड़
रूपनगर जिले से चलकर विभिन्न शहरों को जाने वाली हर गाड़ी में वैसे तो हमेशा भीड़ रहती है लेकिन दिल्ली, बरेली, नांदेड़ तथा कोलकता वाली गाड़ियों में इतनी भीड़ होती है कि लोगों को दरवाजों में लटक कर व शौचालयों में फंस कर सफर करना पड़ता है जबकि कई बार तो टिकट होने के बावजूद गाड़ी छोड़नी पड़ जाती है। दिल्ली व बरेली वाली गाड़ियां रोजाना हैं जबकि नांदेड़ व कोलकता वाली साप्ताहिक हैं।
क्या कहते हैं नार्दन रेलवे यूजर समिति के पूर्व सदस्य -------
इस बारे नार्दन रेलवे यूजर समिति के पूर्व सदस्य रमेश गोयल ने कहा कि उन्होंने सदस्य रहते गाड़ियों में रहने वाली भारी भीड़ के साथ साथ स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज के मुद्दे प्रमुखता के साथ उठाए थे तथा तत्कालीन रेल मंत्री इन मुद्दों के समाधान को तैयार भी थे लेकिन कांग्रेस की सरकार चली गई। उन्होंने कहा कि रेलवे अगर कोलकता तथा नांदेड़ वाली गाड़ियों के सप्ताह में दो फेरे कर दे तथा चंडीगढ़ में आकर लगभग आठ घंटे रूकने वाली उच्चाहार एक्सप्रेस व डिबरूगढ़ एक्सप्रेस को नंगल डैम तक बढ़ा दे तो भीड़ वाली समस्या का स्थाई समाधाम हो सकता है। इसके अलावा नार्दन रेलवे के पूर्व जीएम बुद्दला कोटी आज से पांच साल पहले ही रेलवे स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की मंजूरी दो चुके हैं इसलिए रेलवे को चाहिए कि जल्द से जल्द इस पक्ष में कदम उठाए।
क्या कहते हैं लोग ------
सरकार व रेल मंत्रालय दावे तो बहुत करते हैं लेकिन किए जाने वाले दावे उस वक्त तक खोखले ही हैं जब तक उन पर अमल न किया जाए। रेलवे विभाग को चाहिए कि रूपनगर, आनंदगपुर साहिब व नंगल डैम रेलवे स्टेशन पर जल्द से जल्द फुट ओवर ब्रिज बनवा लोगों को राहत प्रदान करे।
(पीके उप्पल)
महिलाओं व बुजुर्गों के सम्मान का दावा करने वाले रेलवे विभाग को यह विचार करना चाहिए कि फुट ओवर ब्रिज के अभाव में हर दिन कोई न कोई व्यक्ति रेल ट्रैक पर गिरकर चोटिल हो रहा है जबकि गाड़ियों में भीड़ होने के खामियाजा भी सबसे अधिक महिलाओं व बुजुर्गों को ही भुगतना पड़ रहा है। इसलिए फुट ओवर ब्रिज के साथ साथ कुछ नई गाड़ियां भी चलाने की व्यवस्था होना जरूरी है।
(पोमी सोनी)
अधिकारियों को भेजा गया है प्रोजेक्ट
हर सुविधा का प्रोजेक्ट बनाकर पहले ही उच्चाधिकारियों को भेजा जा चुका है। जल्द ही फुट ओवरब्रिज के साथ साथ अन्य समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा जिनके लिए वे प्रयासरत हैं।
तेजिंदर पाल, रेल अधिकारी